Wednesday 19 April 2023

व्यवसाई की हत्या के मामले में तीन ने किया आत्मसमर्पण



आरोपित दो भाई और पिता पुत्र ने किया आत्मसमर्पण

फोटो-18.4.23 को प्रकाशित खबर

शनिवार की सुबह शहर में हुई थी हत्या 

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : पुलिस दबिश के कारण व्यवसायी हत्या कांड के मामले में तीन ने सोमवार को व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। दाउदनगर शहर स्थित बम रोड में शनिवार की सुबह राजेंद्र प्रसाद की हत्या हुई थी। इस मामले में नौ व्यक्ति नामजद आरोपी बनाए गए थे। मुख्य आरोपित राजेंद्र प्रसाद तांती, उनके भाई बसंत कुमार और बसंत कुमार के पुत्र नितेश कुमार ने सोमवार को अनुमंडल व्यवहार न्यायालय दाउदनगर में आत्मसमर्पण कर दिया है। इसे पुलिस दबिश का नतीजा माना जा रहा है। इस मामले में एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। माना जा रहा है कि इसी दबिश के कारण उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। इनके आत्मसमर्पण की जानकारी पुलिस को नहीं है। लेकिन न्यायालय से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। मालूम हो कि दाउदनगर शहर में बम रोड में भूमि विवाद में राजेंद्र प्रसाद की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उनकी पत्नी चंद्रमा देवी ने प्राथमिकी कराई थी। आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर घटना के दिन ही लोगों ने शहर इन प्रदर्शन किया था। मृतक के शव को लेकर अस्पताल से भखरुआं तक प्रदर्शन किया था। अब जा कर तीन ने आत्मसमर्पण किया है। 




पूर्व विधायक के पुत्र की हत्या मामले में अनुसंधान बाद होगी कार्रवाई 

इधर शुक्रवार की रात दाउदनगर थाना ले हिच्छन बिगहा गांव में अरवल से दो बार विधायक रहे राजद नेता रवींद्र सिंह के पुत्र कुमार गौरव उर्फ दिवाकर की हत्या के मामले में प्रशासन का हाथ घटना के लगभग 72 घण्टे बाद भी हाथ खाली है। इस मामले में एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने बताया कि पूर्व विधायक की पत्नी उषा शरण ने अपने पुत्र की हत्या कराने का आरोप अपने पति पूर्व विधायक रविंद्र सिंह पर लगाया है। लेकिन दूसरी तरह की बात भी सामने आ रही है और यह प्रश्न उठ रहा है कि आखिर अपने बेटे की हत्या वे क्यों करवाएंगे। इस कारण मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधान के बाद ही इस मामले में कोई गिरफ्तारी होगी। इसके लिए तकनीकी मदद भी ली जा रही है। जिला अनुसंधान इकाई मोबाइल लोकेशन और मोबाइल का सीडीआर निकाल कर मामले की जांच कर रही है। वहीं एसएफएल की टीम भी दो बार घटनास्थल पर जा चुकी है। 







36 घंटे बाद भी नहीं हो सकी कोई गिरफ्तारी



फोटो 16.4.23 को प्रकाशित खबर

राजेंद्र प्रसाद तांती ने लोहे की रड से की हत्या 

राजेंद्र साव हत्याकांड में बने नौ आरोपित दाउदनगर (औरंगाबाद) : भूमि विवाद में पीट-पीटकर जिस राजेंद्र साव की हत्या कर दी गई थी उस मामले में नौ व्यक्ति को नामजद आरोपित बनाया गया है। शनिवार को सुबह उनकी हत्या हुई थी। घटना के 36 घंटे बाद भी किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। हालांकि पुलिस सूत्र दावा कर रहे हैं कि वे लगातार आरोपितों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन अभी तक उनके हाथ कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। उनकी पत्नी चंद्रमा देवी द्वारा प्राथमिकी कराई गई है। विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज कांड का अनुसंधान सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार करेंगे। इस मामले में प्राथमिकी आवेदन में कहा गया है कि वार्ड नंबर 18 बम रोड में चंद्रमा देवी घर पर झाड़ू लगा रही थी। इसी बीच पुरानी शहर वार्ड नंबर तीन के निवासी राजेंद्र प्रसाद तांती, वार्ड नंबर 19 के निवासी बसंत प्रसाद, नितेश कुमार एवं दिनेश कुमार, वार्ड नंबर दो कोयरी टोला के निवासी सुमित कुमार भारती एवं मंटू कुमार, शुक बाजार स्थित मदन कुमार, वार्ड नंबर 17 बम रोड निवासी लक्ष्मी प्रसाद और वार्ड नंबर 21 निवासी मनोज कुमार और 10 अज्ञात के साथ आटो और स्कार्पियो से घर पर आए और गाली गलौज करने लगे। सब को जान मार कर बाहर फेंक देने की धमकी दी। अचानक जानलेवा हमला आरोपियों ने कर दिया। प्राथमिकी आवेदन में कहा गया है कि राजेंद्र साव पर राजेंद्र प्रसाद तांती ने लोहे की रड से हमला किया। जिससे सर पर चोट लगी और वे अचेत होकर गिर गए। लोग ठेला पर लादकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इधर अन्य आरोपितों बसन्त कुमार, नितेश कुमार, दिनेश कुमार, सुमित कुमार, मंटू कुमार, मदन कुमार एवं लक्ष्मी प्रसाद अन्य लोगों के साथ घर में घुसकर चंद्रमा देवी के पुत्र पिंटू एवं रवि के साथ मारपीट करने लगे। जिसमें में घायल हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


पिता की हत्या की खबर सुन पुत्र हुआ अचेत

फोटो-घर में स्वास्थ्य लाभ ले रहा चितरंजन कुमार

पिता के दाह संस्कार में भी नहीं हो सका शामिल

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : राजेंद्र साहू की पीट-पीटकर हत्या कर देने की सूचना जैसे ही उनके बेटे चितरंजन को मिली वह मूर्छित हो गया। अचेत हो गया। वह अविवाहित है। उसकी उम्र लगभग 18 वर्ष बताई जाती है। पिता की मृत्यु की सूचना के बाद से उसकी स्थिति लगातार खराब बनी हुई है। हालांकि अस्पताल से इलाज कराने के बाद वह घर लौट आया है। घर में ही स्वास्थ्य लाभ ले रहा है। वह अपने पिता की चिता जलाने में श्मशान घाट पर सोन दियारा क्षेत्र में नहीं जा सका। वह काफी डरा हुआ है। डाक्टरों ने सलाह दी है कि वह जब भी होश में आएगा तो परेशान होगा। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। उसका इलाज करने वाले अरविंद हास्पिटल के डाक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि वह डर गया है। नर्वस एकी कार्डिया का शिकार है। इसके कुछ मरीज तुरंत ठीक हो जाते हैं और कुछ मरीजों को वक्त लगता है। कुछ मरीज काफी समय तक परेशान भी करते हैं।






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