Tuesday 27 June 2023

भ्रम और गड़बड़ियों के बीच नगर सरकार का शपथ ग्रहण

 


तीन प्रयास में सफल हुआ वार्ड पार्षदों का सामूहिक शपथ ग्रहण

पहले वार्ड पार्षदों ने लिया शपथ फिर उप मुख्य पार्षद ने

सबसे अंत में मुख्य पार्षद को दिलाई गई शपथ 

निर्वाचन प्रमाण पत्र, शपथ कराने के तरीके और समारोह बनाम बैठक का बना रहा भ्रम


उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) :  कई तरह के भ्रम और गड़बड़ियों के बीच नगर सरकार का शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार को नगर परिषद के प्रशासनिक भवन के सभाकक्ष में संपन्न हो गया। कई मुद्दे ऐसे रहे जब शपथ ग्रहण कराने के लिए जिन अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया था उलझे हुए दिखे। सबसे पहले तो विवाद इसी बात को लेकर हुआ और कई वार्ड पार्षदों ने असंतोष जाहिर किया कि शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए जो पत्र तमिला कराया गया है वह पर्याप्त है या निर्वाचन प्रमाणपत्र साथ लाना अति आवश्यक है। उप निर्वाचन पदाधिकारी मोहम्मद गजाली ने कहा कि निर्वाचन प्रमाण पत्र आवश्यक है। यह बात कई वार्ड पार्षदों को उचित नहीं लगी, जबकि प्रशासनिक अधिकारी के पास निर्वाचित व्यक्ति की पहचान के लिए निर्वाचन प्रमाण पत्र का होना आवश्यक माना जाता है। इसे लेकर भ्रम और असंतोष की स्थिति बन गई। सदन में जब शपथ ग्रहण समारोह प्रारंभ करने की स्थिति आई तो मंच पर बैठे अधिकारियों द्वारा कहा गया जब डीडीसी मैं बोलेंगे तो बाकी वार्ड पार्षद अपने पास उपलब्ध शपथ पत्र का प्रारूप पढ़ लेंगे। ऐसा हुआ फिर डीडीसी अभयेन्द्र मोहन सिंह ने कहा कि ऐसे नहीं। वार्ड पार्षदों को फिर समझाया गया कि वे जब बोलेंगे मैं, उसके बाद उनको अपना नाम और निर्वाचन क्षेत्र का नाम लेकर शपथ प्रारूप पढ़ना है। फिर ऐसा हुआ और फिर इसे खारिज कर दिया गया। तब कहा गया कि डीडीसी जो कहेंगे उसे दोहराया जाए। इस तरह तीन प्रयास में शपथ वार्ड पार्षदों को दिलाने में सफलता मिली। यह दुविधा भी अजीब रही कि पहले यह कहा गया कि जो वार्ड पार्षद प्राप्त शपथ पत्र को पढ़ नहीं सकते वह बैठे रहेंगे, बाकी वार्ड पार्षद शपथ लेंगे। ऐसे तीन वार्ड पार्षद नजर आए जो लिखा हुआ शपथ पत्र नहीं पढ़ सकते थे। उनको कहा गया कि वह बैठे रहें। उनको बाद में शपथ दिलाया जाएगा। डीडीसी बोलेंगे और उसका वे दोहराव कर शपथ लेंगे। अंततः निर्णय लिया गया कि सभी का सामूहिक शपथ होगा। इसके बाद उप मुख्य पार्षद को शपथ दिलाई गई। कई बार डीडीसी को कुछ शब्द दोहराने पड़े और तब उप मुख्य पार्षद कमला देवी ने उसे दोहराया। सबसे अंत में मुख्य पार्षद के रूप में अंजली कुमारी ने शपथ लिया। भ्रम और दुविधा इस बात को भी ले कर रही कि यह शपथ ग्रहण समारोह है या पहली बैठक। इस पर भी अधिकारियों के बीच चर्चा होती हुई दिखी। जबकि यह साफ निर्देश प्राप्त था कि यह शपथ ग्रहण समारोह है और इसमें किसी भी एजेंडे पर चर्चा नहीं की जा सकती और अंततः यही हुआ। 



अपमानित होने से बच गए तीन माननीय


यदि ऐसा होता कि जो शपथ प्रारूप नहीं पढ़ सकते हैं वे बाद में शपथ लेते। तो क्या यह उचित होता। इनको बिठाकर अन्य 24 वार्ड पार्षदों का सामूहिक शपथ होता तो वे पहचाने जाते। उनके मन में अपमान का भाव जग सकता था। लेकिन सदन में इस बात को लेकर विरोध नहीं किया गया। सब मौन रहे। परिस्थिति ऐसी बनी कि अंततः सबका सामूहिक शपथ हुआ।




एक सप्ताह में स्टैंडिंग कमेटी और 30 दिन में बोर्ड की होगी बैठक 


संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : वार्ड पार्षदों, उप मुख्य पार्षद और मुख्य पार्षद के शपथ ग्रहण का कार्य संपन्न होने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि एक  सप्ताह के अंदर सशक्त स्थाई समिति का गठन कर बैठक कर लें और 30 दिन के अंदर बोर्ड की बैठक कर लें। उन्होंने औपचारिक तौर पर शपथ ग्रहण के बाद मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद और वार्ड पार्षदों को बधाई दी। डीडीसी अभयेन्द्र मोहन सिंह, उप निर्वाचन पदाधिकारी मो.गजाली, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय एवं अन्य कर्मचारियों ने सभी को बधाई दी। नगर परिषद के कर्मियों द्वारा सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।





चार बार हुआ उद्घाटन और पूजा 


प्रशासनिक भवन के सभाकक्ष में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होने के बाद मुख्य पार्षद अंजली कुमारी और उप मुख्य पार्षद कमला देवी को चार अन्य स्थानों पर पूजा करनी पड़ी और फीता काट कर उद्घाटन करना पड़ा। दरअसल प्रशासनिक भवन के प्रथम तल पर मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद और वार्ड पार्षदों के बैठने के लिए अलग से कक्ष बनाए गए हैं। शपथ ग्रहण के बाद प्रथम तल पर चढ़ने के लिए बनी सीढ़ी के पास नारियल फोड़कर सनातन परंपरा के तहत पूजा अर्चना की गई और तब सभी प्रथम तल पर गए। वहां वार्ड पार्षदों के बने सामूहिक कक्ष का उद्घाटन किया गया। उसके बाद मुख्य पार्षद अंजली देवी और फिर उप मुख्य पार्षद कमला देवी के कार्यालय कक्ष का उद्घाटन किया गया। इस दौरान काफी आमंत्रित लोग उपस्थित रहे।





बरसात से पहले ही हो जाएगी नालियों की उड़ाही : अंजली कुमारी 

विकास के लिए ही आई हूं : कमला देवी 

फोटो- उप मुख्य पार्षद कमला देवी एवं मुख्य पार्षद अंजली कुमारी 


संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : अपने कार्यालय कक्ष में मुख्य पार्षद अंजली देवी ने स्पष्ट कहा कि बरसात से पहले नालियों की उड़ाही कर दी जाएगी, ताकि शहर को जलजमाव की समस्या का सामना न करना पड़े। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नगर को सुंदर और स्वच्छ बनाना उनकी प्राथमिकता है। सभी वार्ड पार्षदों को पहले ही सूचना दे दी गई है कि यदि उनके वार्ड में कहीं जलजमाव की समस्या है तो वह बताएं। नाली सफाई कराई जाएगी। उन्होंने इसके लिए नगर परिषद कार्यालय को निर्देशित कर रखा है। अन्य सवालों के जवाब में  उन्होंने कहा कि जो भी नियम कानून के दायरे में है वह काम करेंगी। जनता का विश्वास नहीं तोड़ेंगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह जनता ने उन पर विश्वास कर उन्हें मुख्य पार्षद की जिम्मेदारी सौंपी है उसी तरह जनता उन पर विश्वास करे, वह उनके विश्वास को कतई तोड़ेंगी नहीं। उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी। जो भी उन्होंने वादा चुनाव के दरमियान किया है उसे पूरा करेंगी। चाहे नारी सशक्तिकरण का मामला हो या महिला शौचालय एवं अन्य निर्माण का वादा। वादा पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगी। वहीं उप मुख्य पार्षद कमला देवी ने कहा कि विकास के लिए ही आई हैं। पहले भी वार्ड पार्षद रह चुकी हैं और पूर्व के अनुभव का लाभ उठाएंगी।



व्यवस्था को ले जताया असंतोष

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) :

नगर परिषद द्वारा शपथ ग्रहण समारोह की भव्य तैयारी की गई। दुल्हन की तरह सजाया गया। नाश्ता पानी का इंतजाम किया गया। इसके बावजूद कई लोगों ने व्यवस्था को लेकर सवाल किया।

राम प्रसाद राम ने कहा कि व्यवस्था सही नहीं है। जनता शपथ ग्रहण देखने आई है, न कि कमरा में बैठने। मंचीय व्यवस्था होनी चाहिए थी। कब तक खड़ा रहेंगे हम। 

11.10 बजे बिजली गायब हो गयी। लगातार दो बार अंधेरा हुआ। इन्वर्टर की पीं पीं की आवाज सुनाई पड़ी। एसी हो गया बन्द। एक मिनट में विद्युत आपूर्ति बहाल हो गयी। अधिकारियों के बीच कम एसी लगाने पर भी हुई चर्चा। दो लगा है और दो की आवश्यकता बताई गई।




टाइम लाईन:-

10.20- सभा भवन में ये वार्ड पार्षद बैठ चुकी थीं-गुड़िया देवी व सीमा देवी, बेबी देवी


11.07 बजे यानी निर्धारित समय से सात मिनट विलंब से पहुंचे जिला विकास आयुक्त

11.11 बजे से निर्वाचन प्रमाण पत्र जांच शुरू कराई गई। जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा। भूपेंद्र मिश्रा उर्फ चिंटू मिश्रा समेत कई लोग तब सदन से बाहर गए निर्वाचन प्रमाण पत्र लाने या मंगवाया।


11.19 बजे शपथ पत्र का वितरण प्रारंभ हुआ। यह व्यक्तिगत तौर पर सभी निर्वाचित जन प्रतिनिधि के नाम से प्रिंट किया हुआ था।

11.23 बजे कहा गया कि शपथ पत्र पढ़ लेंगे न। जो नहीं पढ़ सकेंगे वे दुहराव करेंगे अलग से। तीन वार्ड पार्षद ने कहा- नहीं पढ़ सकूंगा।

11.27 बजे पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार


11.28 बजे- अधिकारियों के बीच नगर परिषद गठन बनाम पहली बैठक पर चर्चा

डीडीसी ने उप निर्वाचन पदाधिकारी को कहा कि बोर्ड गठन से संबंधित दस्तावेज रखना ही चाहिए।


11.31 बजे फिर कहा गया कि जो नहीं पढ़ सकते शपथ पत्र वे बैठे रहेंगे। उनका बाद में होगा। वे अधिकारी के बोलने पर उसका दुहराव करेंगे।


11.41 बजे एक अधिकारी बोले- क्या व्यवस्था किये हैं। स्टैंड पंखा लगाइए। बहुत गर्मी है।

11.50 बजे शपथ ग्रहण कार्य संपन्न।




Monday 26 June 2023

मुख्य, उप मुख्य और वार्ड पार्षदों को शपथ दिलाने को नगर परिषद तैयार

 



सभाकक्ष को सजाया गया है दुल्हन की तरह 

औरंगाबाद के डीडीसी दिलाएंगे सबको शपथ 

नगर परिषद की तरफ से किया जाएगा सबको सम्मानित 

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : नगर परिषद के नवनिर्वाचित मुख्य पार्षद अंजली कुमारी, उप मुख्य पार्षद कमला देवी और सभी 27 वार्ड पार्षदों को मंगलवार को औरंगाबाद के जिला विकास आयुक्त अभयेन्द्र मोहन सिंह द्वारा पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। इस कार्य के लिए नगर परिषद कार्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है। नगर परिषद के नए प्रशासनिक भवन में नई कुर्सियों पर वार्ड पार्षद बैठेंगे और मंच पर मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद और अन्य पदाधिकारी बैठेंगे। इस सभाकक्ष को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। इसके अलावा मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के कार्यालय कक्ष को भी दुरुस्त किया गया है। नए बने प्रशासनिक भवन में नई नगर सरकार का स्वागत भी नगर परिषद द्वारा किया जाएगा। इसके लिए सामान्यत: आवश्यक तमाम तैयारियां की गई हैं। सभी पार्षदों, उप मुख्य पार्षद, मुख्य पार्षद और अतिथियों को नगर परिषद के अधिकारी और कर्मचारी बुके देकर सम्मानित करेंगे। हालांकि इससे पहले सब का शपथ ग्रहण होगा। चाय नाश्ता का भी इंतजाम नगर परिषद द्वारा किया गया है। लोगों की नगर परिषद के इस आयोजन पर तो नजर है ही, नजर इस बात पर भी है कि शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन लोग शामिल होते हैं और उनकी सक्रियता क्या संदेश देती है। सोमवार को नगर परिषद कार्यालय में देर शाम तक शपथ ग्रहण व सम्मान समारोह को लेकर तैयारियां चलती रही। कर्मचारी और सजावट से संबंधित श्रमिक इसमें लगे रहे। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय द्वारा जिन को आवश्यक रूप से निमंत्रित करना है उन को निमंत्रित किया गया है।



काफी सुंदर है नप का प्रशासनिक भवन


औरंगाबाद जिला ही नहीं बल्कि आसपास के बड़े इलाके में दाउदनगर नगर परिषद का जो प्रशासनिक भवन है वह दूसरों के मुकाबले काफी बेहतर बताया जाता है। इस भवन को बनाने का श्रेय तत्कालीन मुख्य पार्षद मीनू सिंह को जाता है। हालांकि उनको बहुत दिन बैठने का सौभाग्य नहीं मिल सका। बोर्ड की मात्र एक बैठक ही वे करा सकीं इस भवन में। नप के कर्मी बताते हैं कि भवन में प्रवेश करने पर ही मन बागबाग हो जाता है, क्योंकि निर्माण कार्य से लेकर इंटीरियर तक और जो टेबल कुर्सी लगाए गए हैं, शौचालय, कमरा, सब कुछ चकाचक लगता है। पिछले बोर्ड की आखिरी बैठक जब हुई थी तब पार्षदों को प्लास्टिक की कुर्सियों पर बैठना पड़ा था। अब नवनिर्वाचित 27 वार्ड पार्षद शपथ ग्रहण के लिए पहुंचेंगे तो उनके लिए नया मूविंग चेयर उपलब्ध होगा जिस पर वे बैठेंगे।




खास तथ्य :

 27 जून 2023 को नगर परिषद के सभी 27 वार्ड पार्षद, उप मुख्य पार्षद और मुख्य पार्षद शपथ लेंगे


0 निर्वाचित पार्षदों, उप मुख्य पार्षद और मुख्य पार्षद की उपस्थिति ली जाएगी। बैठक की कार्यवाही अंकित की जाएगी। शपथ ग्रहण और प्रतिज्ञान कराने वाले अधिकृत पदाधिकारी सहित सभी उपस्थित पार्षदों, उप मुख्य पार्षद, मुख्य पार्षद का इस पर हस्ताक्षर होगा।


0 बैठक को प्रारंभ करते हुए संबंधित पदाधिकारी द्वारा प्रपत्र ख में उपस्थित सभी निर्वाचित पार्षदों को तथा प्रपत्र ग में उप मुख्य पार्षद व मुख्य पार्षद को शपथ करवाया जाएगा

0 इस बैठक में शपथ ग्रहण के अलावा अन्य कोई भी मुद्दा विचारने योग्य नहीं रखा गया है। 


0 विधि व्यवस्था का संधारण करने के साथ मीडिया कर्मियों के लिए स्थान चिन्हित रहेगा।


11 बजे पूर्वाहन में नगर परिषद दाउदनगर के सभाकक्ष में शपथ ग्रहण हेतु बैठक होगी।


0 निर्धारित समय से एक घंटे की अवधि के भीतर नहीं आने पर बैठक में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा सकेगी। 


0 शपथ पत्रों को आयोग की वेबसाइट पर इसी दिन अपलोड करना होगा।


इनको लेना है शपथ 

अंजली कुमारी- मुख्य पार्षद 

कमला देवी -उप मुख्य पार्षद 

के अलावा सभी 27 वार्ड पार्षद जो क्रमशः वार्ड संख्या एक से 27 तक इस प्रकार हैं- बबीता देवी, सीमन कुमारी, एहसान अहमद, भूपेंद्र कुमार मिश्रा, बसंत कुमार, मोहम्मद सोहेल अंसारी, राजू कुमार, जय गोविंद प्रसाद, गुंजा देवी, जगिया देवी, संजय प्रसाद, गुड़िया देवी, सोनी कुमारी, सुशीला देवी, संगीता देवी, प्रवीण कौसर, मोतीलाल, रूबी कुमारी, बेबी देवी, रीमा देवी, दिनेश प्रसाद, केदारनाथ सिंह, सीमा देवी, राधा रमन पूरी, पुष्पा कुमारी, इंदु देवी एवं संतोष कुमार।





1885 की नगरपालिका की 18 वीं चेयरमैन बनीं अंजली

जनता द्वारा चुनी गयीं पहली मुख्य पार्षद

नगर परिषद की तीसरी मुख्य पार्षद 

30 वीं उप मुख्य पार्षद बनीं कमला देवी

नप की तीसरी व जनता से चुनी गईं पहली उप मुख्य पार्षद



जब अट्ठारह सौ पचासी में नगरपालिका बना है तबसे लेकर अब तक में 18 वीं मुख्य पार्षद बनीं अंजली कुमारी। जबकि तीसवीं उप मुख्य पार्षद बनीं कमला देवी। दोनों मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगी। बीते 138 बरस के इतिहास में पहली बार जनता के मत से वार्ड पार्षदों के साथ ही मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद का चुनाव हुआ है। इस दृष्टि से अगर देखें तो दोनों ही पद धारक नगर परिषद के प्रथम मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद हैं। नगर पालिका से नगर पंचायत बनने और फिर 13 अप्रैल 2017 को नगर परिषद के रूप में उत्क्रमित होने तक के इतिहास में देखें तो दोनों ही बतौर महिला चौथे पद धारक हैं। वर्ष 2001 में दाउदनगर नगर पंचायत बना था। वर्ष 2017 में नगर परिषद बनने के बाद जब 2018 में पहली बार चुनाव हुआ तब से यह दोनों पद महिला सामान्य के लिए आरक्षित हो गया। नतीजा लगातार महिलाएं मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद के पद पर आसीन हैं। 

Tuesday 20 June 2023

घोषणा पत्रों को लागू करने का होगा मुख्य पार्षद पर दबाव

 


पहली बार जनता द्वारा चुनी गई हैं मुख्य व उप मुख्य पार्षद 

देते रहना होगा बार-बार जनता को वादों पर जवाब 

जनता की शक्ति से जीती अंजलि करेंगी तरक्की

दाउदनगर (औरंगाबाद) : अंजली कुमारी मुख्य पार्षद बन गई हैं। वे 27 जून को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगी। इनके साथ उप मुख्य पार्षद कमला देवी व सभी 27 वार्ड पार्षद भी शपथ लेंगे। उन्होंने जो घोषणा पत्र जारी किया था उस पर लिखा हुआ था- आपका समर्थन हमारी शक्ति, जीतेगी अंजलि होगी तरक्की। और यह भी कि -परिवर्तन का संकल्प है और नहीं पड़ेगा भटकना, घर घर पहुंचेगी नगर परिषद की योजना। अब मुख्य पार्षद बन गई हैं तो उन पर अपनी घोषणाओं पर अमल करने का दबाव होगा। दाउदनगर नगर परिषद में पहली बार जनता ने अपने मत से मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद का चुनाव किया है। ऐसे में जनता के बीच इनको जवाब देते रहना पड़ेगा। पहले मुख्य पार्षद जनता के प्रति जवाबदेह नहीं हो पाते थे। वार्ड पार्षद चुने जाते थे। वार्ड पार्षदों के बीच से ही कोई एक मुख्य पार्षद बनता था। नतीजा वार्ड पार्षदों को अपने पाले में बनाए रखने का दबाव अधिक होता था। अब स्थिति बदल गई है जनता ने सीधे मत दिया है तो सीधे सवाल करेगी। मुपा अंजली कुमारी ने अपने घोषणापत्र में कई वादे किए हैं। सफाई, ब्लीचिंग का छिड़काव, फागिंग करना, पेयजल, शौचालय का निर्माण करना उसकी देखभाल का प्रबंध करना, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी कैमरा एवं फुटपाथ की व्यवस्था करना। जनता की प्रमुख मांग रही है कि शहर में सीसीटीवी कैमरा लगाई जाए, ताकि इसके कारण अपराध करने से अपराधी डरें। छोटे-छोटे अपराध भी यदि हो तो अपराधियों को पकड़ने के लिए सबूत उपलब्ध रहे। उनके घोषणाओं में प्रमुख रहा है जाम रहित नगर, बाजार, सड़क, टेंपो बस स्टैंड का निर्माण एवं नगर में मेला हाट हेतु जगह निर्धारित कर विकसित करना। गुदड़ी कर माफ करना। यह कतई आसान नहीं होगा। मामला राजस्व से जुड़ा हुआ है। लेकिन अतीत में उदाहरण भी है कि साइकिल के लिए पास ठोके जाते थे जिसे बंद कर दिया गया। शव दाह का निर्माण, कब्रिस्तानों की घेराबंदी, मंदिर की चारदीवारी का निर्माण, सड़क के किनारे छायादार पौधे लगाना, यात्री शेड का निर्माण करना, नगर भवन क्लब एवं पुस्तकालय का निर्माण करना इनके घोषणापत्र में शामिल है। सवाल है कि यह कब और कैसे पूरा होगा। इस पर जानता की नजर रहनी स्वाभाविक है।



जल्द समाप्त होगा गुदड़ी कर : मुख्य पार्षद



मुख्य पार्षद अंजली कुमारी से दैनिक जागरण ने कई सवाल किया। इसका उन्होंने जवाब दिया। बताया सर्व प्रथम बैठक में पूर्व से संचालित योजनाओं का समीक्षा करेंगी। महिला होने के नाते शहर के महत्वपूर्ण स्थानों को चिन्हित कर शौचालय का निर्माण कराना, नाली, गली की सफाई और नियमित फोगिंग, ब्लीचिंग का छिड़काव सुनिश्चित कराना प्राथमिकता में है। कमिटी गठन के उपरांत सर्व सहमति से जल्द ही गुदड़ी कर हटाने के लिए निर्णय लिया जायेगा। स्वच्छता, अतिक्रमण मुक्त, जाम मुक्त शहर एवं जनसरोकार की योजनाओं का लाभ लाभुकों तक पहुंचना सुनिश्चित कराना पहली प्राथमिकता होगी। नगर भवन, क्लब व पुस्तकालय का राशि की उपलब्धता के उपरांत निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू कराया जायेगा। सीसीटीवी कैमरे के लिए जगह निर्धारण कर, जल्द ही अधिष्ठापित कराया जायेगा।


Sunday 18 June 2023

27 जून को शपथ लेंगे मुख्य, उप मुख्य व वार्ड पार्षद

 


19 जून तक सूचना तमिला कराना वैधानिक अनिवार्यता 

किसी अन्य मुद्दे पर नहीं होगी चर्चा, मीडिया का स्थान होगा सुरक्षित

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : 27 जून को नगर परिषद के सभी 27 वार्ड पार्षद, उप मुख्य पार्षद और मुख्य पार्षद शपथ लेंगे। यानी नई सरकार इस दिन से काम करना शुरू कर देगी। इसके लिए आवश्यक है कि उनको 19 जून तक बैठक का स्थान, तिथि एवं समय की सूचना तमिला करा दिया जाए। यह वैधानिक अनिवार्यता है। राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि 27 जून को बैठक आयोजित कर शपथ ग्रहण की कार्रवाई संपन्न की जाए। इस आशय की सूचना नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को कम से कम पूरे सात दिन पूर्व अर्थात 19 जून तक प्रथम बैठक का स्थान, तिथि और समय की सूचना तमिला करा दिया जाना वैधानिक अनिवार्यता है। समय पर सूचना तमिला कराने की पूरी जिम्मेदारी संबंधित पदाधिकारी की होगी। इस आदेश के अनुसार इस बैठक में अन्य कोई भी मुद्दा विचारने योग्य नहीं रखा गया है। विशेष कार्य पदाधिकारी ने साफ निर्देशित किया है कि बैठक के दिन विधि व्यवस्था का संधारण करने के साथ मीडिया कर्मियों के लिए स्थान चिन्हित किया जाए। प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 जून को 11 बजे पूर्वाहन में नगर परिषद दाउदनगर के सभाकक्ष में शपथ ग्रहण हेतु बैठक होगी। इसकी सूचना शनिवार को सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को उप विकास आयुक्त अभेयेन्द्र मोहन सिंह के हस्ताक्षर से जारी प्रपत्र में भेजी गई है। पत्र में कहा गया है कि निर्धारित समय से एक घंटे की अवधि के भीतर नहीं आने पर बैठक में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा सकेगी। 


इनको लेना है शपथ 

अंजली कुमारी- मुख्य पार्षद 

कमला देवी -उप मुख्य पार्षद 

के अलावा सभी 27 वार्ड पार्षद जो क्रमशः वार्ड संख्या एक से 27 तक इस प्रकार हैं- बबीता देवी, सीमन कुमारी, एहसान अहमद, भूपेंद्र कुमार मिश्रा, बसंत कुमार, मोहम्मद सोहेल अंसारी, राजू कुमार, जय गोविंद प्रसाद, गुंजा देवी, जगिया देवी, संजय प्रसाद, गुड़िया देवी, सोनी कुमारी, सुशीला देवी, संगीता देवी, प्रवीण कौसर, मोतीलाल, रूबी कुमारी, बेबी देवी, रीमा देवी, दिनेश प्रसाद, केदारनाथ सिंह, सीमा देवी, राधा रमन पूरी, पुष्पा कुमारी, इंदु देवी एवं संतोष कुमार।


Friday 16 June 2023

23 साल में सिर्फ सड़कों से जुड़ सका मियांपुर

 


बिहार का आखिरी नरसंहार स्थल है यह

तीन दिशा से सड़कों से जुड़ गया गांव 

अब भी नहीं हो सके हैं कई वादे पूरे 

16 जून 2000 को हुई थी यहां 34 निर्दोषों की हत्या 

कारण था- आतंक का संतुलन बिठाना




उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) : 16 जून 2000 की रात गोह के उपहारा थाना के मियांपुर गांव में 34 निर्दोषों की हत्या इसलिए कर दी गई थी कि उनको आतंक का संतुलन कायम करना था। सेनारी का प्रतिशोध था यह नरंसहार। एक मायने में यह ऐतिहासिक पड़ाव रहा कि नरसंहारों का दौर बिहार में यहीं आकर थम गया था। यह अंतिम नरसंहार है। इसके बाद कोई नरसंहार नहीं हुआ। तब राजद की सरकार थी और मुख्यमंत्री राबड़ी देवी थीं, आज सरकार में बड़ी साझेदार राजद है। इतने वर्षों में जितने वादे किए गए थे वह कब के पूरे हो गए होते। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह और बात है कि गांव अब तीन तरफ से पक्की सड़कों से जुड़ गया। इस नरसंहार ने वैश्विक स्तर पर गांव को सुर्खियों में ला दिया था और बिहार व भारत को शर्मसार कर दिया था। प्राथमिक विद्यालय लक्षमण बिगहा कोंच में शिक्षक मियांपुर निवासी निरंजन कुमार उर्फ लालू प्रसाद के अनुसार गांव उसास देवरा गया तक पीसीसी सड़क से जुड़ गया। यह सड़क 2019 में बनी। बुधई मोड से मियांपुर गांव तक 2017 में सड़क पक्की बन गयी। एक दशक पहले ही डाढ़ा से सहरसा पथ पक्की बन गया। सहरसा से आगे जाकर अरवल तक मिल जाती है यह सड़क। 



गांव का विकास न के बराबर


गांव के संजय कहते हैं कि गांव का विकास पिछले दो दशकों में न के बराबर हुआ है। घटना के बाद तत्कालीन सीएम ने डाकघर, अस्पताल, सड़क, खेल का मैदान, सरकारी नौकरी, आवास की सुविधा तमाम तरह की घोषणाएं  हुई लेकिन काम घोषणा भर ही रह गया। अमरेश कुमार, रामजी सिंह, रमाशंकर सिंह यादव और रविंद्र यादव ने कहा कि धरातल पर कहीं विकास दिखता नहीं है।



हर वर्ष ग्रामीण करते हैं त्रासदी का स्मरण



निरंजन कुमार उर्फ लालू यादव कहते हैं कि प्रत्येक वर्ष ग्रामीणों का एक समूह 16 जून की त्रासदी को स्मरण करता है। मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है। गांव के लोगों ने ही आपस में चंदा कर शहीद स्मारक का रंग रोगन कराया। उसका सौंदर्यीकरण कराया। हम प्रत्येक वर्ष उस त्रासदी को याद करते हैं और यह महसूस करते हैं कि सत्ता ने वादा तो किया लेकिन पूरा नहीं किया और आज भी गांव का जीवन स्तर बेहतर नहीं हुआ। सड़क से जुड़ने के अलावा कोई उपलब्धि हासिल नहीं हुई।



Monday 12 June 2023

दाउदनगर नगर परिषद चुनाव : मतदाताओं की बदली राजनीति ने किया सबको परेशान





नगर परिषद के चुनाव में जो ट्रेंड दिखा उससे कई लोग काफी परेशान हैं। अपनी चुनावी जीत को अंजली कुमारी सामाजिक समरसता और विकास के नारे की जीत बता चुकी हैं। उनके अनुसार यह आपसी भाईचारे की जीत हुई है। लेकिन अन्य प्रत्याशी अपनी हार की वजह क्या बताते हैं, यह जानना भी दिलचस्प होगा। राजनीति जिस तरह के मतदाताओं ने की उससे लोग काफी चौंके हैं। वार्ड पार्षद, उप मुख्य पार्षद और मुख्य पार्षद के चुनाव को लेकर जो परिणाम आए उसे लेकर मुख्य पार्षद पद की प्रत्याशी रहे प्रत्याशियों के प्रतिनिधि क्या सोचते हैं, यह जानना दिलचस्प होगा। आखिर उनकी हार क्यों हुई।


अपनी बादशाहत कायम करने को एक हुए विरोधी : कौशलेंद्र सिंह


मीनू सिंह के चुनाव हारने पर इनके पति कौशलेंद्र सिंह कहते हैं कि जो लोग शहर को परोक्ष रूप से चलाना चाहते हैं वे सभी एक होकर घेराबंदी करने में लगे रहे। आपस में जो लोग विरोधी थे वह भी अपनी लड़ाई भूल कर एक हो गए। उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि मुझसे बेहतर कार्य अंजली कुमारी करें, शहर का विकास करें और शहर के जो हित में नहीं हैं, जो अव्यवस्था फैला सकते हैं, उनसे भी दूर रहें। कहा कि जनता का समर्थन काफी मिला। सबको धन्यवाद। कहीं चूक हुई होगी। काफी कम अंतर से हार हुई है। 



नेता का दिया गुण कर रही जनता इस्तेमाल


पूर्व मुख्य पार्षद और इस बार स्वयं वार्ड पार्षद चुनाव हार गए परमानंद पासवान कहते हैं कि नेताओं ने जनता को भ्रष्ट बनाया अपने लाभ के लिए, अब उस सूत्र का इस्तेमाल जनता अपने लाभ के लिए कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। इनकी पुत्रवधू मोनी कुमारी भी मुख्य पार्षद का चुनाव लड़ रही थी और वह हार गई। परमानंद कहते हैं कि लोकतंत्र के लिए यह चुनौती होगी जिस तरह की परिपाटी शुरू की गई है। वोटर सब से लाभ ले लेता है। टिकाऊ बनाम बिकाऊ का मामला है। स्थिति यह है कि अब चुनाव में नेता की दक्षता, योग्यता, सामाजिक योगदान, उसके अनुभव को वोट देने को आधार नहीं बनाया जाता।



जनता ने ढंग से मूल्यांकन नहीं किया


मुख्य पार्षद प्रत्याशी रही निशा कुमारी के पति निशांत राज ने कहा कि इस चुनाव में बहुत कम प्रत्याशी मुद्दों पर आधारित चुनाव लड़ रहे थे। जीत हार के समीकरण में मुद्दे गौण हो गए और केवल धनबल बाहुबल का बोलबाला हो गया। विकास और मुद्दे केवल चर्चा तक सिमित रह गए। प्रत्याशियों की नेतृत्व क्षमता, राजनैतिक ज्ञान, कार्य क्षमता का जनता ने ढंग से मूल्यांकन नहीं किया। धन निवेश को मतनिवेश से चोट देने का नारा भी दिया था। इसका भी असर जनता पर शायद नहीं हुआ।



नगर परिषद दाउदनगर : मीनू की हार व अंजली की जीत के हैं कई मायने

 


भाजपा नेताओं की खिसक गई जमीन

लगभग 2500 वोट में सिमट गए भाजपा के दो दिग्गज

वार्ड सदस्य जीता कर खुश हैं भाजपा नेता

उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) नगर परिषद चुनाव में प्रारंभ से ही मीनू सिंह और अंजली कुमारी के बीच संघर्ष की संभावना व्यक्त की जा रही थी। सोनी देवी और स्वीटी पांडे ने तीसरा और चौथा कोण बनाने का प्रयास किया। लेकिन प्राप्त मतों का यदि आकलन करें तो सोनी देवी और स्वीटी पांडे से करीब करीब तीन गुना वोट अंजली कुमारी और मीनू सिंह को मिला है। अब इस हार जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं। लोग अपने तरीके से इसका विश्लेषण कर रहे हैं। कहीं खुशी है कहीं गम है। लेकिन एक बात साफ-साफ दिखी कि भाजपा के जो दिग्गज हैं या रहे हैं उनको पटकनी खानी पड़ी। पूर्व मुख्य पार्षद सोनी देवी के पति शंभू कुमार भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं। ससुर यमुना प्रसाद नगर पालिका के चेयरमैन रहे हैं। दो बार भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं और आर एस एस की पृष्ठभूमि से रहे हैं। इसके बावजूद इनको मात्र 1582 वोट मिला। जबकि मतदान प्रारंभ होने के समय इनके समर्थकों द्वारा यह भी कहा गया कि चुपचाप भाजपा को वोट दे रहे हैं। यानी संकेत साफ था कि उनका वोट सोनी देवी को जा रहा है। भाजपा नेता और यहां धार्मिक आयोजनों के केंद्र में रहे अटल बिहारी वाजपेई भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं। जिला उपाध्यक्ष और शिक्षा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक रहे हैं। इनकी पत्नी सुनैना देवी चुनाव लड़ रही थी और इनको मात्र 819 वोट मिला है। भाजपा के जिला प्रवक्ता अश्विनी तिवारी ने इस संबंध में कहा कि चूंकि स्थानीय निकाय का चुनाव था इसलिए शीर्ष नेतृत्व ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। वैसे भाजपा की जमीन खिसकने की बात कही जाए तो कई वार्ड पार्षद पार्टी से जुड़े हैं, जो जीते हैं। उन्होंने कहा कि जय गोविंद प्रसाद पूर्व नगर भाजपा अध्यक्ष रहे हैं, जिनकी पत्नी चुनाव जीती। वार्ड पांच से बसंत मालाकार दुबारा जीत कर आये जो पूर्व नगर मंडल उपाध्यक्ष रहे हैं। वार्ड 21 से दिनेश प्रसाद जीते जो पूर्व उपाध्यक्ष नगर मंडल भाजपा रहे हैं। अमित कुमार की मां जीती और कृष्णा प्रसाद की पत्नी जीती। दोनों पार्टी के समर्थक हैं।



उप मुख्य पार्षद में मंजू देवी की हार माले के कारण


उप मुख्य पार्षद के चुनाव में अगर देखें तो मंजू देवी के अधिवक्ता पति ललन सिंह के साथ भाजपा से जुड़े प्रकोष्ठ के नेता राजाराम प्रसाद, हनुमान मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कुमार नरेंद्र देव, हनुमान मंदिर के पूजा व्यवस्थापक पप्पू गुप्ता जैसे लोग चुनाव प्रचार में शामिल रहे। लेकिन वह भी चुनाव हार गयीं। राजाराम प्रसाद बताते हैं कि जनता तक पहुंचने में पिछड़ गए इसलिए यह हार हुई। लेकिन शहर में चर्चा इस बात की है कि ललन सिंह की पृष्ठभूमि यदि भाकपा माले से जुड़ी नहीं होती तो शायद चुनाव निकालने में वह कामयाब रहते। मंजू देवी को 3261 मत प्राप्त हुआ है जबकि कमला देवी को 4297 मत प्राप्त हुआ है। लोग अपने अपने हिसाब से चुनावी हार जीत का कारण कर रहे हैं। सर्वाधिक हैरानी करने वाली बात सुमन कुमारी को प्राप्त मत है। उन्हें 3215 मत प्राप्त हुआ है लेकिन जिस तरह से पुरानी शहर और बाजार के क्षेत्र में उनको मत प्राप्त हुआ उससे राजनीतिक समझ रखने वाले कई लोग चौंके हैं।



Sunday 11 June 2023

दाउदनगर नगर परिषद के 27 वार्ड का परिणाम और रोचक किस्से

 27 में 11 दुबारा वार्ड पार्षद बनने में रहे कामयाब



संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : नगर परिषद के सभी 27 वार्डों में 11 वार्ड पार्षद ऐसे बने जो पिछले सत्र में भी वार्ड पार्षद चुने गए थे। जबकि पूर्व में वार्ड पार्षद रहे केदारनाथ सिंह एक बार पुनः वार्ड पार्षद बनने में सफल रहे। वे पहले भी वार्ड पार्षद रहे हैं। इस बार उनकी पत्नी पुष्पा देवी भी दोबारा वार्ड पार्षद बनी हैं। प्राप्त विवरण के अनुसार वार्ड दो से सीमन कुमारी, पांच से बसंत कुमार, छह से सुहैल अंसारी, सात से राजू कुमार, 14 से सुशीला देवी, 15 से संगीता देवी, 20 से रीमा देवी, 21 से दिनेश प्रसाद, 23 से सीमा देवी, 25 से पुष्पा देवी, 26 से इंदु देवी की पुनर्वापसी हुई है। बाकी नए चेहरे हैं।



वार्ड वार विजेता व उप विजेता का चुनाव परिणाम


वार्ड संख्या एक से बबीता देवी को 409 मत, नीलम कुमारी को 223


वार्ड संख्या दो से सीमन कुमारी को 318 मत, फूलवंती देवी को 289


वार्ड संख्या तीन से एहसान अहमद को 213 मत, कमाल अहमद को 166


वार्ड संख्या चार से भूपेन्द्र कुमार मिश्रा को 385, शकीला बानो को 230


वार्ड संख्या पांच से बसंत कुमार को 369 मत, अरुण कुमार को 307


वार्ड छह से सुहैल अंसारी को 736, आरिफ अंसारी को 234


वार्ड सात से राजू कुमार को 354 मत, राम जन्म चौधरी को 278


वार्ड संख्या आठ से जय गोविंद प्रसाद को 500, हसीना खातून को 431


वार्ड नौ में गुंजा देवी को 633, अनिता देवी को 339


वार्ड संख्या 10 से जगिया देवी को 213 मत, मानती देवी को 199


वार्ड 11 से संजय प्रसाद को 298, प्रमोद कुमार को 173


12 से गुड़िया देवी को 363, सुनीता देवी को 178


13 से सोनी देवी को 410, खुशबू कुमारी को 287


14 से सुशीला देवी को 389, सोनू कुमार को 268


15 से संगीता देवी को 275, सुधा कुमारी को 196


16 से प्रवीण कौसर को 410, दीपक कुमार को 318


17 से मोती लाल साव को 245,

नारायण तांती को 223 


18 से रूबी देवी को 460, बिगवा देवी को 338


19 से बेबी देवी को 386, सुमन कुमारी को 112


20 से रीमा देवी को 233, सपना कुमारी को 192


21 से दिनेश प्रसाद को 405, शेष कुमार को 182


22 से केदारनाथ सिंह को 306, नंद किशोर चौधरी को 142


23 से सीमा देवी को 233, नीतू कुमारी को 217


24 से राधा रमण पूरी को 229, अनिल कुमार पाल को 141


25 से पुष्पा देवी को 332, रिंकी कुमारी को 323


26 से इंदु देवी को 480, राधा देवी को 348


27 से संतोष कुमार को 266, सतीश कुमार को 252




दूसरे प्रयास में बने वार्ड पार्षद- वार्ड संख्या तीन से एहसान अहमद, चार से भूपेंद्र मिश्रा उर्फ चिंटू मिश्रा दूसरे प्रयास में वार्ड पार्षद बने।



जो दिग्गज हुए धराशायी-

वार्ड संख्या चार से लगातार तीन बार वर्ष 2007, 2012 और 2018 में वार्ड पार्षद रहीं शकीला बानो हार गईं। उनको मात्र 230 मत मिला। वार्ड आठ से हसीना खातून हार गईं। वे दो बार लगातार वार्ड पार्षद रही हैं। शकीला बानो के पुत्र तारिक अनवर वार्ड संख्या तीन से चुनाव हार गए। वे भी दो बार वर्ष 2018 में वार्ड पार्षद रहे हैं। 


0 पूर्व मुख्य पार्षद परमानंद प्रसाद वार्ड संख्या 22 से मात्र 45 मत ही प्राप्त कर सके। वे चौथे स्थान पर रहे। 


0 वार्ड संख्या 17 से मोती लाल साव ने नगर पंचायत के चेयरमैन रहे नारायण प्रसाद तांती को हराया। जनता ने अपने खर्च पर मोती लाल को मैदान में उतारा था। वे बम रोड में नहर के पास ठेला लगाकर पकौड़ी बेचते हैं।



यह जो विशेष हुआ


0 वार्ड संख्या छह से सुहैल अंसारी को 736 मत मिले। विचित्र संयोग रहा कि इस वार्ड के दोनों मतदान केंद्र पर एक समान 368-368 मत मिले हैं।


0 वार्ड आठ से जय गोविंद प्रसाद ने जनता से 500 वोट मांगा था, संयोग देखिए कि उतना ही मिला। 



0 वार्ड संख्या 10 से जगिया देवी वार्ड पार्षद बनीं हैं, पहले इनकी पुत्रवधु सुमित्रा साव वार्ड पार्षद रही हैं। वे 2018 में जीती थीं। पारिवारिक वजह से वे इस बार चुनाव नहीं लड़ीं, सास मैदान में उतरीं और बाजी मार गयीं।




अंतिम राउंड में 298 से जीतने में कामयाब रही अंजली कुमारी

 


दाउदनगर नगर परिषद को मिली सीधे मतदान में पहली मुख्य पार्षद 

कई बार पिछड़ने के बाद 1036 मत से उप मुख्य पार्षद बनी कमला देवी समर्थकों के चेहरे पर छलकते रहे उतार-चढ़ाव के भाव 

अंजली के प्रचार स्टाइल से प्रभावित युवतियों ने बनाया रास्ता 

उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) : 

नगर परिषद के सीधे मतदान में पहली मुख्य पार्षद अंजली कुमारी और उप मुख्य पार्षद कमलादेवी बनी। दोनों अनुसूचित जाति वर्ग के पान तांती समाज से हैं, जबकि यह सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित है। साफ है कि यह दोनों की बड़ी जीत है। और इससे इस समाज को गौरवबोध हो रहा है। मुख्य पार्षद पद के लिए प्रथम चरण से ही निवर्तमान मुख्य पार्षद मीनू सिंह और अंजली कुमारी में मुकाबला चला। वार्ड संख्या 20 तक मीनू सिंह आगे रही। फिर आगे पीछे का खेल चलता रहा और अंततः वार्ड संख्या 27 तक निर्णायक फैसला पहुंचा। कुल 298 मत से अंजली कुमारी विजेता बनने में कामयाब रही। मुख्य पार्षद के जो 19 प्रत्याशी मैदान में थे उनमें सबसे अधिक पढ़ी-लिखी होने के साथ सबसे अधिक बोलने में सहज भी वे हैं। वह किसी से भी बेधड़क बात कर लेती हैं और सकुचाती नहीं है। माना जा रहा है कि उनका चुनाव प्रचार का जो स्टाइल था उससे युवा महिला वोटर काफी प्रभावित हुईं। और उनके वोट ने जीत का रास्ता बनाया। अन्यथा मामला पलट सकता था। हालांकि जीत के कई कारण हैं। हार जीत का अंतर इतना कम है कि कई कई कारण गिनाए जा सकते हैं और समर्थक गिना रहे हैं। अपना अपना श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह स्कूली जीवन में लीड करती रही हैं। रोहतास जिले के तिलौथू में उनका मायका है। और उन्होंने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा से अर्थशास्त्र (प्रतिष्ठा) की डिग्री हासिल की है।

मतगणना के दौरान कभी लगभग 1000 मत से आगे रही मीनू सिंह अचानक पिछड़ गई और अंजली कुमारी से मात्र लगभग 60 मत ही बढ़त बना पाई थी। इसके बाद जब ईवीएम में बंद मत गिनने लगे तो अंजली कुमारी बढ़त बनाती चली गई और अंततः वे चुनाव जीत गई।


दूसरी तरफ कमला देवी 1036 मत से उप मुख्य पार्षद बनने में कामयाब रहीं। पहले वर्ष 2012 में दाउदनगर नगर पंचायत में वार्ड पार्षद रही हैं। जबकि इनके पति सुखलाल प्रसाद लखन मोड़ पर दवा की दुकान चलाते हैं और वे नगर पंचायत में 2007 और 2012 में दो बार वार्ड पार्षद रहे हैं। कमला देवी प्रारंभिक कई राउंड तक तीसरे नंबर पर थी। मुकाबला मंजू देवी और सुमन कुमारी के बीच हो रहा था। लेकिन जब एक बार कमला देवी बढ़त बनाई तो फिर नहीं पिछड़ी और अंततः उनको जीत हासिल हुई।



सामाजिक समरसता और विकास के नारे की जीत : अंजली कुमारी

 नगर परिषद के मुख्य पार्षद अंजली कुमारी ने कहा कि यह जीत सामाजिक समरसता और विकास के नारे की हुई है। आपसी भाईचारे की जीत हुई है। सभी बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर विकास की योजना गढ़ी जाएगी। सभी शहर वासियों को जीत के लिए धन्यवाद कि उन्होंने हमें इस लायक समझा। कहा कि सेवा भाव से आपके बीच रहूंगी और किसी भी मतदाता या शहरी को मिलने में कोई समस्या नहीं आएगी। वे खुद नगर परिषद की कमान संभालेंगी न कि उनका कोई प्रतिनिधि कामकाज देखेगा। वहीं उप मुख्य पार्षद कमला देवी ने जीत का श्रेय आम लोगों को दिया और कहा कि उन पर जनता ने विश्वास किया है। वे इस विश्वास को टूटने नहीं देंगी।




मुख्य पार्षद प्रत्याशी - प्राप्त मत


अंजली कुमारी-4811

कुंती देवी-1070

गुड़िया कुमारी-404

नजमा खातून-342

निशा कुमारी-534

नेहा कुमारी-620

पिंकी कुमारी-240

बुचनी देवी-189

मीनू सिंह-4513

मुनी देवी-635

मोनी कुमारी-360

रिंकी देवी-720

विभा कुमारी -355

सबिता देवी -392

सुमैया मुर्तजा- 1230

सुनैना देवी- 819

सुमित्रा देवी- 561

सोनी देवी- 1582

स्वीटी पांडेय- 1518


कुल विधि सम्मत मत-20895

विजेता अंजली कुमारी को प्राप्त मत-4811

उप विजेता मीनू सिंह को प्राप्त मत-4513

हार-जीत का अंतर-298 मत



उप मुख्य पार्षद प्रत्याशी - प्राप्त मत

अलीमा खातून - 2069

कमला देवी-4297 

नाजिया परवीन-1690

मंजू देवी-3261

रिंकी कुमारी-633

रीता देवी-1276

सगुफ्ता यास्मीन-987

सरिता कुमारी-787

शबनम आरा-2680

सुमन कुमारी-3215


विजेता कमला देवी को प्राप्त मत-4297

उप विजेता मंजू देवी को प्राप्त मत-3261

हार-जीत का अंतर-1036 मत