Monday 12 June 2023

नगर परिषद दाउदनगर : मीनू की हार व अंजली की जीत के हैं कई मायने

 


भाजपा नेताओं की खिसक गई जमीन

लगभग 2500 वोट में सिमट गए भाजपा के दो दिग्गज

वार्ड सदस्य जीता कर खुश हैं भाजपा नेता

उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) नगर परिषद चुनाव में प्रारंभ से ही मीनू सिंह और अंजली कुमारी के बीच संघर्ष की संभावना व्यक्त की जा रही थी। सोनी देवी और स्वीटी पांडे ने तीसरा और चौथा कोण बनाने का प्रयास किया। लेकिन प्राप्त मतों का यदि आकलन करें तो सोनी देवी और स्वीटी पांडे से करीब करीब तीन गुना वोट अंजली कुमारी और मीनू सिंह को मिला है। अब इस हार जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं। लोग अपने तरीके से इसका विश्लेषण कर रहे हैं। कहीं खुशी है कहीं गम है। लेकिन एक बात साफ-साफ दिखी कि भाजपा के जो दिग्गज हैं या रहे हैं उनको पटकनी खानी पड़ी। पूर्व मुख्य पार्षद सोनी देवी के पति शंभू कुमार भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं। ससुर यमुना प्रसाद नगर पालिका के चेयरमैन रहे हैं। दो बार भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं और आर एस एस की पृष्ठभूमि से रहे हैं। इसके बावजूद इनको मात्र 1582 वोट मिला। जबकि मतदान प्रारंभ होने के समय इनके समर्थकों द्वारा यह भी कहा गया कि चुपचाप भाजपा को वोट दे रहे हैं। यानी संकेत साफ था कि उनका वोट सोनी देवी को जा रहा है। भाजपा नेता और यहां धार्मिक आयोजनों के केंद्र में रहे अटल बिहारी वाजपेई भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे हैं। जिला उपाध्यक्ष और शिक्षा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक रहे हैं। इनकी पत्नी सुनैना देवी चुनाव लड़ रही थी और इनको मात्र 819 वोट मिला है। भाजपा के जिला प्रवक्ता अश्विनी तिवारी ने इस संबंध में कहा कि चूंकि स्थानीय निकाय का चुनाव था इसलिए शीर्ष नेतृत्व ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। वैसे भाजपा की जमीन खिसकने की बात कही जाए तो कई वार्ड पार्षद पार्टी से जुड़े हैं, जो जीते हैं। उन्होंने कहा कि जय गोविंद प्रसाद पूर्व नगर भाजपा अध्यक्ष रहे हैं, जिनकी पत्नी चुनाव जीती। वार्ड पांच से बसंत मालाकार दुबारा जीत कर आये जो पूर्व नगर मंडल उपाध्यक्ष रहे हैं। वार्ड 21 से दिनेश प्रसाद जीते जो पूर्व उपाध्यक्ष नगर मंडल भाजपा रहे हैं। अमित कुमार की मां जीती और कृष्णा प्रसाद की पत्नी जीती। दोनों पार्टी के समर्थक हैं।



उप मुख्य पार्षद में मंजू देवी की हार माले के कारण


उप मुख्य पार्षद के चुनाव में अगर देखें तो मंजू देवी के अधिवक्ता पति ललन सिंह के साथ भाजपा से जुड़े प्रकोष्ठ के नेता राजाराम प्रसाद, हनुमान मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कुमार नरेंद्र देव, हनुमान मंदिर के पूजा व्यवस्थापक पप्पू गुप्ता जैसे लोग चुनाव प्रचार में शामिल रहे। लेकिन वह भी चुनाव हार गयीं। राजाराम प्रसाद बताते हैं कि जनता तक पहुंचने में पिछड़ गए इसलिए यह हार हुई। लेकिन शहर में चर्चा इस बात की है कि ललन सिंह की पृष्ठभूमि यदि भाकपा माले से जुड़ी नहीं होती तो शायद चुनाव निकालने में वह कामयाब रहते। मंजू देवी को 3261 मत प्राप्त हुआ है जबकि कमला देवी को 4297 मत प्राप्त हुआ है। लोग अपने अपने हिसाब से चुनावी हार जीत का कारण कर रहे हैं। सर्वाधिक हैरानी करने वाली बात सुमन कुमारी को प्राप्त मत है। उन्हें 3215 मत प्राप्त हुआ है लेकिन जिस तरह से पुरानी शहर और बाजार के क्षेत्र में उनको मत प्राप्त हुआ उससे राजनीतिक समझ रखने वाले कई लोग चौंके हैं।



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