Wednesday 12 April 2023

योजना के फेर में तोड़ दिया घर, अब रह रहे किराए पर

 जागरण आपके द्वार : वार्ड संख्या नौ का हाल 



16 सड़कें नहीं बन सकी पक्की, रह गई कच्ची 

वार्ड संख्या नौ में आवास योजना के तहत हुआ था 78 व्यक्ति का चयन 

नहीं बन सका किसी का भी पूरा घर

दाउदनगर (औरंगाबाद) : वार्ड संख्या नौ का बड़ा बुरा हाल है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 78 लाभुकों का चयन किया गया था। जिसमें लगभग 60 व्यक्ति को ही प्रथम किस्त मिल सका, जबकि दो व्यक्ति ऐसे हैं जिन्हें दूसरी किस्त भी मिली है। तमाम लोगों ने अपना पहले तो घर तोड़ दिया और अब पैसे के अभाव में घर बना नहीं पा रहे हैं। नतीजा यह है कि सभी लोग 1000 रुपये से 3000 मासिक किराया देकर किराए पर मकान लेकर रह रहे हैं। आक्रोश इतना है कि कभी भी लोग प्रदर्शन करने उतर सकते हैं। दूसरी बड़ी समस्या यह है कि इस वार्ड की 16 सड़कें ऐसी हैं जो कच्ची ही रह गई। निर्माण नहीं हो सका। यह वार्ड पुरानी शहर इलाके में है। छत्तर दरवाजा से किला तक जो सड़क गई है वह अतिक्रमण का शिकार है। नाली जाम रहता है। लोगों को इससे परेशानी हो रही है। वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अमित कुमार ने बताया कि दो दर्जन से अधिक ऐसे लोग हैं जिनको शौचालय योजना का भी दूसरी किस्त नहीं मिला है। कई लोगों का नाम राशन कार्ड में छूट गया है।



वार्ड में मतदान केन्द्र नहीं


विवेकानंद मिश्रा कहते हैं कि वार्ड संख्या नौ के मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र इस वार्ड में नहीं है। लोकसभा और विधानसभा तो लोग दूसरे के वार्ड में जाकर मतदान करते हैं। पर जब वार्ड का चुनाव आता है तो चलंत बूथ भी बनाया जाता है। वार्ड में मतदान केंद्र हो जाए तो सबको काफी सहूलियत होगी। दूसरे इस वार्ड में जोड़ा मंदिर के आसपास नल जल योजना का लाभ आज तक नहीं मिला। नल तो लगा है पर पानी गायब है। वार्ड पार्षद की पहल पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।



अतिक्रमण से बनी रहती है दुर्घटना की आशंका 


आरटीआई एक्टिविस्ट रहे श्रीनिवास कहते हैं कि मुख्य पथ के नाली का चौड़ीकरण अति आवश्यक है। इसके साथ ही मुख्य पथ पर लकड़ी रखकर अतिक्रमण कर लिया गया है। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसे हटाने का कभी प्रयास नहीं किया जा रहा है। मुख्य पथ पर गंदगी रहती है। नाली जाम रहता है जिससे भी समस्या है।



एक इंच भी नहीं बनी पक्की सड़क


सामाजिक कार्यकर्ता सत्येंद्र पासवान कहते हैं कि पासवान टोली मोहल्ला में एक इंच भी पक्की सड़क नहीं बनी। जबकि यहां लगभग ढाई सौ की आबादी रहती है। बताया कि राजेंद्र भगत के घर से पासवान टोली तक और पासवान टोली में कहीं पक्की सड़क नहीं बनी। लगभग 75 प्रतिशत नाली नहीं बनाया गया है। मात्र लगभग 25 प्रतिशत नाली का निर्माण हुआ है। प्राथमिक विद्यालय और सामुदायिक भवन की मोहल्ले में आवश्यकता है।



सही जगह नहीं है डस्टबिन 


कृष्ण मुरारी शर्मा कहते हैं कि जहां डस्टबिन होना चाहिए वहां नहीं रखा रहता है। सही जगह डस्टबिन रखा जाना चाहिए। जहां सफाई रहती है वहीं सफाई होती रहती है, जबकि जिस गली और मोहल्ले में कचरा लगा रहता है वहां सफाई नहीं होती। नालियों की पटिया टूट गई है। वह भी नहीं बन रहा है। जिससे आवागमन मुश्किल हो रहा है। आपसी सहयोग से लोगों को पटिया लगाना पड़ रहा है।



विकास के लिए किया हर काम 


वार्ड पार्षद सुमित्रा साव कहती हैं कि उन्होंने वार्ड के विकास के लिए लगातार प्रयास किया। आवास योजना को स्वीकृत कराया। प्रथम व द्वितीय किस्त दिलाने का प्रयास किया। सात नली गली का पीसीसी निर्माण करवाया। कई गलियों में नाली में पाइप लगाकर आवागमन को सुगम बनाया। सामाजिक सुरक्षा पेंशन अधिक से अधिक लोगों को दिलाने का काम किया। पारिवारिक लाभ की राशि दिलवाई। गली-गली में विद्युत खंभा लगाया और स्ट्रीट लाइट लगाया ताकि रोशनी की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हो सके।



राजनीतिक विशेषता 

वार्ड संख्या नौ की राजनीतिक विशेषता यह है कि यहां पति और पत्नी दोनों वार्ड पार्षद रहे हैं। जब वर्ष 2002 में नगर पंचायत का चुनाव प्रारंभ हुआ था तब अधिवक्ता ललन प्रसाद सिंह वार्ड पार्षद बने और वर्ष 2007 में सुनैना देवी वार्ड पार्षद बनी। जिनके पति अटल बिहारी वाजपेई भाजपा की राजनीति में सक्रिय हैं। जब 2012 में चुनाव हुआ तो पूर्व वार्ड पार्षद ललन प्रसाद सिंह की पत्नी मंजू देवी वार्ड पार्षद बनीं। वर्ष 2017 में चुनाव नहीं हुआ और 2018 में नगर परिषद के रूप में पहली बार जब चुनाव हुआ तो सुमित्रा साव वार्ड पार्षद बनी। 



प्रमुख मोहल्ला :- कुरमीटोला, पासवान टोली, अंजान शहीद, तकिया मल्लाह टोली


 प्रमुख स्थान : जोड़ा मंदिर, चर्च, पुराना शहर स्थित जीमूतवाहन भगवान चौक, पासवान टोली में महावीर मंदिर, सोनटतीय काली स्थान, प्लेग देवी मंदिर




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