Wednesday, 12 February 2025

बढ़ती आबादी के साथ बढ़ती गई यातायात की मुश्किलें

 बदलता शहर 04



8225 से बढ़कर 65543 हो गई शहर की जनसंख्या 

140 वर्ष में आठ गुना बढ़ी आबादी लेकिन यातायात की सुविधाएं नहीं 

1885 में जब बना नगरपालिका तो थी 8225 जनसंख्या

शहरी विकास के लिए आवश्यक होती है चौड़ी सड़क 

हटानी पड़ेगी अतिक्रमण तभी होगा यातायात सुगम

उपेंद्र कश्यप, जागरण ● दाउदनगर (औरंगाबाद) :

140 साल पहले जब 1885 में दाउदनगर चट्टी से नगरपालिका बना था तब वर्ष 1881 की जनगणना के अनुसार 8225 की जनसंख्या शहर में थी। यह लगातार बढ़ती गयी। अब आठ गुना हो गई है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 52364 जनसंख्या है। जबकि 2022 में हुए जाति सर्वे के अनुसार 65543 जनसंख्या है। लेकिन इस अनुपात में शहर में यातायात की व्यवस्थाएं नहीं बदली। नई गलियां आबादी के बसावट के साथ बनी तो वे संकरी रही। पुरानी आबादियों वाली गलियां काफी संकरी हुई। अतिक्रमण मुख्य समस्या रही। हालांकि शहर में कुछ सड़कें काफी चौड़ी है। दाउदनगर बारुण रोड जो पुरानी शहर और नई शहर को विभाजित करती है यह काफी चौड़ी सड़क है। हालांकि तब भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और पिराही बाग के इलाके में अतिक्रमण के कारण थोड़ी संकरी हुई है। मजार के आसपास भी अतिक्रमण साफ दिखता है। शहर में जगन मोड़ से लखन मोड तक की सड़क थोड़ी चौड़ी कहीं जा सकती है। लखन मोड़ से नहर होते भखरुआं तक और मौला बाग से पचकठवा देवी मंदिर होते सोनतराई क्षेत्र तक की सड़क चौड़ी है। इसके अलावा जो सड़के हैं उसकी चौड़ाई बेहतर नहीं है। कसेरा टोली रोड भी प्रायः चौड़ी है लेकिन कई जगह अतिक्रमण के कारण संकरी हो गई है। शहर में अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है।



चौड़ी सड़कों के अभाव में बाजार पिछड़ रहा 

फोटो- ऋषिकेश अवस्थी 

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ऋषिकेश अवस्थी कहते हैं कि शहरी क्षेत्र के लिए चौड़ी सड़के होनी आवश्यक है। मुख्य पथ न्यूनतम 30 फीट चौड़ी होनी चाहिए। चौड़ी सड़कों के अभाव में ही बाजार पिछड़ रहा है। जबकि भखरुआं विकास कर रहा है। 30 फीट चौड़ी सड़क हो तो 15 -15 फीट का डिवाइड कर बीच में डिवाइडर दिया जा सकता है। मुख्य पथ में लखन मोड़ से नहर तक 70 से 80 फिट है, लेकिन अतिक्रमण मुक्त नहीं है। विद्युत खंभा सड़क पर ही गाड़ दिए गए हैं। उसे हटाने में सात से आठ लाख रुपये खर्च है।



अस्थाई डिवाइडर, पेवर ब्लाक आवश्यक

कार्यपालक पदाधिकारी कहते हैं कि अस्थाई डिवाइडर बनाना होगा। दुकानें हटानी पड़ेगी। धीरे-धीरे बढ़ रहे अतिक्रमण का दायरा बड़ा हो गया है। लिंक रोड को अतिक्रमण मुक्त करने की जरूरत है। जबकि कई जगह पेवर ब्लाक लगाने में 25 लाख रुपये लगभग खर्च होगा। यह काम हो जाए तो शहर में यातायात की व्यवस्था कुछ हद तक बेहतर हो सकेगी।



इस तरह बढ़ती गयी शहर की आबादी

साल जनसंख्या वृद्धि दर: में

1881     8225      0.00 

1891     8730      6.13 

1901     9744      11.61

1911     9149      -06.10 

1921     8511      -06.97 

1931    11699      37.46

1941    11133      -04.84 

1951    10448      -06.15 

1961    13320      27.49 

1971    20743      55.80

1981    24513      18.74 

1991    30331      23.80

2001    38014   25.33 

2011    52340   37.67


(2022 में हुए जाति सर्वे के अनुसार 65543 वृद्धि- 25.22)  



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