Tuesday, 11 February 2025

हृदय स्थल से ही वंचित है नगर निकाय दाउदनगर

 बदलता शहर 03




भखरुआं को शामिल करने की कोशिश रही है असफल 

नगर परिषद कर रहा भखरुआं को शामिल करने का प्रयास

सारे प्रमुख कार्यालय, न्यायालय, माल, बैंक ग्रामीण क्षेत्र में

उपेंद्र कश्यप, जागरण ● दाउदनगर (औरंगाबाद) जब आप पटना से औरंगाबाद या औरंगाबाद से पटना की तरफ आ जा रहे हैं या गया से डुमरांव अर्थात एनएच 139 या एनएच 120 से यात्रा करते हैं तो भखरुआं से गुजरना पड़ता है। यहां गोलंबर है। चकाचौंध है। पूरा-पूरा शहर दिखता है। अस्त व्यस्त क्षेत्र है। इसे दाउदनगर का हृदय स्थल कहा जाता है। लेकिन दुर्भाग्य से यह नगर परिषद का हिस्सा नहीं है। यह तरारी पंचायत का भखरुआं गांव है। अनुमंडल कार्यालय, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कार्यालय, निबंधन कार्यालय, कृषि कार्यालय, अनुमंडल व्यवहार न्यायालय सारे महत्वपूर्ण कार्यालय के साथ कई बड़े-बड़े बैंक, बड़े-बड़े माल और शिक्षण संस्थान इस इलाके में स्थित है। भखरुआं को नगर पालिका में शामिल करने का प्रयास तत्कालीन अध्यक्ष यमुना प्रसाद स्वर्णकार ने किया था। लेकिन मामला उच्च न्यायालय गया और फिर पराजय मिला। तरारी तीखा मोड़ के पास तब सूचना पट्ट भी टांग दिया गया था कि यह क्षेत्र नगर पालिका में है। न्यायिक निर्णय के बाद बोर्ड तक उखाड़ने पड़े थे। उसके बाद भी कई बार कोशिश की गई। सफलता हाथ नहीं मिली। नए सिरे से फिर एक बार प्रयास शुरू हुआ है। गत 29 जनवरी को जिला मुख्यालय में आयोजित दिशा की बैठक में मुख्य पार्षद अंजली कुमारी ने इससे संबंधित एक पत्र जिला पदाधिकारी को दिया है। वास्तव में भखरुआं के लोग शहरी सुविधा तो प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन शहर में शामिल होना नहीं चाहते। ऐसा ही तर्क तब भी दिया गया था और यही तर्क अब भी दिया जाता है। लेकिन एक न एक दिन यह तय है कि यह क्षेत्र नगर निकाय का ही हिस्सा होगा। अब इसमें चाहे वक्त जितना लगे।


डीएम को लिखा है पत्र : अंजली कुमारी

मुख्य पार्षद अंजली कुमारी ने बताया कि जिला पदाधिकारी को दिए गए आवेदन दिया गया है। इसमें कहा गया है कि नगर परिषद के सीमावर्ती ग्राम भखरुआं थाना नंबर 75 को नगर परिषद दाउदनगर में सम्मिलित किए जाने के लिए बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया था। इसके आलोक में इस कार्यालय के द्वारा पूर्व में प्रेषित पत्रों एवं जिला सामान्य शाखा औरंगाबाद के ज्ञापांक 32 मु सा दिनांक छह अगस्त 2024 की प्रति भी भेजी गयी है। अनुरोध है कि भखरुआं ग्राम थाना संख्या 75 को संपूर्ण एवं थाना संख्या 74 तरारी के आंशिक विकसित एवं वाणिज्य कर एरिया को नगर परिषद में सम्मिलित कराया जाए।


बचेंगे नहीं, लेकिन इच्छा भी नहीं : सत्येंद्र तिवारी

भखरुआं निवासी बीमा अभिकर्ता सत्येंद्र तिवारी कहते हैं कि नगर परिषद क्षेत्र में नाली, सफाई और शौचालय की जो बदयर व्यवस्था है उससे नगर निकाय में शामिल होने की इच्छा नहीं करती। लेकिन जिस तरह से इस क्षेत्र का शहरीकरण हुआ, विकास हुआ, उससे एक दिन नगर निकाय में इसका शामिल होना भी तय है। इससे बचा नहीं जा सकता। जरूरत यह है कि नगर परिषद क्षेत्र में व्यवस्था बेहतर हो।


नगर परिषद की वर्तमान सीमा

नगर परिषद इलाका में भखरुआं गोलंबर से पटना रोड में नहर पुल तक और औरंगाबाद रोड में गोलंबर से कुर्बान बिगहा तक, गया रोड में गोलंबर से जेल तक का इलाका दाउदनगर नगर परिषद क्षेत्र में नहीं है। दाउदनगर बाजार रोड में बड़ी नहर पुल तक का इलाका शहर से बाहर है। जबकि इस इलाके में शहर बसता है। 


भखरुआं की आबादी है 16460

तरारी पंचायत का हिस्सा है भखरुआं थाना नंबर 75, तिवारी मोहल्ला, कुर्बान बिगहा और बाबा जी का बागीचा। पूरे इलाके को मिलाकर वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 16460 की आबादी है। इतना बड़ा इलाका शहर में शामिल होने से वंचित है। यदि यह शहर में शामिल हो जाए तो शहर की वर्तमान आबादी 2011 के जनगणना के अनुसार करीब 70 हजार से अधिक हो जाएगी। ऐसा होने से ना सिर्फ शहरीकरण का इलाका बढ़ेगा, बल्कि नगर परिषद को राजस्व की भी वृद्धि होगी। दूसरी तरफ भखरुआं के लोगों को बेहतर नगरीय सुविधा मिलेगी।



नगर परिषद बना, क्षेत्र विस्तार नहीं

 राज्यपाल के आदेश से नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने 27 जुलाई 2002 को नगर परिषद गठित किए जाने की अधिसूचना जारी की थी। दाउदनगर नगर पंचायत की तत्कालीन परिधि में पड़ने वाले क्षेत्र एवं उसकी व‌र्त्तमान चौहदी को ही नगर परिषद दाउदनगर कहा गया। इसका क्षेत्र विस्तार नहीं हुआ। 



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