Wednesday 3 May 2023

शिक्षा, सुरक्षा व संस्कृति, धर्म का स्थान है वार्ड संख्या 12

 वार्ड नंबर 12 का हाल

जागरण आपके द्वार




नल जल योजना का बुरा हाल, बड़े नाला का निर्माण अवश्य 

बुडको द्वारा नल जल योजना का निर्माण 

बारुण रोड से पासवान चौक तक जाने वाले नाले से निकासी संभव 

थाना, महिला महाविद्यालय, जिउतिया चौक इसी वार्ड में

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : शहर का महत्वपूर्ण वार्ड है वार्ड संख्या 12, यहां के वार्ड पार्षद मीनू सिंह मुख्य पार्षद भी हैं। कई महत्वपूर्ण स्थान इस वार्ड में हैं। जैसे दाउदनगर थाना, दाउदनगर का इकलौता महिला महाविद्यालय, कसेरा टोली जिउतिया चौक और धार्मिक अनुष्ठानों का प्रमुख स्थल सत्संग नगर इसी वार्ड में है। यानी यह वार्ड नारी शिक्षा, सुरक्षा, धर्म व संस्कृति का नियंता वार्ड है यह। लेकिन वार्ड के घरों से जो गंदा पानी निकलता है, उसका निकास बहुत मुश्किल है। क्योंकि मोहल्ले का पानी निकासी के लिए आवश्यक है कि एक नाले का निर्माण जो अभी तक नहीं हुआ है उसका निर्माण हो। बारुण रोड से पासवान चौक तक बड़ा नाला का निर्माण हुआ है। उस नाले में इस मोहल्ले का पानी गिराने के लिए एक नाला बनाया जाना जरूरी है। जो अभी तक नहीं बन सका है। इसके कारण इस वार्ड के कई मोहल्लों में जलजमाव की समस्या बरसात में होती है। इसके अलावा यहां जो नल जल योजना है वह बेकार है। हालांकि पूरे शहर की नल जल योजना निर्माण का हाल एक सा है। मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि सह सशक्त स्थायी समिति के सदस्य कौशलेंद्र सिंह इस बात को मानते हैं कि बुरा हाल है। इसकी निर्माण एजेंसी बुडको है और काम नहीं हो रहा है या ढंग से काम नहीं हुआ है। यदि एक नाला बारूण रोड से पासवान चौक वाले नाला के साथ जुड़ता हुआ बना दिया जाए तो जल निकासी की समस्या का भी समाधान संभव है।



पुलिया का निर्माण जरूरी 

शुक बाजार निवासी धीरेंद्र कुमार रत्नाकर बताते हैं कि गली गली और सड़कें तो बन गई हैं लेकिन कई नालियों पर पुलिया का निर्माण नहीं हो सका है, जबकि कई दूसरे वार्डों में ऐसा निर्माण किया गया है। पटिया रखकर काम चलाया जा रहा है जो बार बार टूट जाता है। शंकर मंदिर के पास कचरा रहता है। सफाई पर्याप्त मात्रा में नहीं होती है। स्ट्रीट लाइट खराब है।


सड़क निर्माण की है जरूरत 


खत्री टोला निवासी अजय कुमार सिंह कहते हैं कि पर्याप्त रोशनी नहीं है। कृष्णा प्रसाद रवानी के घर से महिला कालेज वाली गली कभी बनी ही नहीं। इसे आज तक नहीं बनाया गया। इसे बनाया जाना चाहिए। बमुश्किल 500 मीटर लंबी सड़क ना बनाए जाने से काफी लोगों को यात्रा में कठिनाई होती है।



शौचालय व मूत्रालय है जरूरी


कसेरा टोली निवासी विकास कांस्यकार कहते हैं कि व्यापारिक व्यवसायिक जगह है यह, लेकिन पेशाब खाना और शौचालय नहीं है। सफाई की उत्तम व्यवस्था नहीं है। नगर परिषद कई तरह का कर लेती है लेकिन यात्री सुविधा उपलब्ध नहीं है। विकास के लिए कोई महत्वपूर्ण बड़ी योजना नहीं दिखती।



नालियों को ढका जाना अवश्य

कसेरा टोली जीमूतवाहन भगवान चौक के पास के निवासी मनीष रंजन बताते हैं कि यहां जिउतिया समारोह का सबसे बड़ा आयोजन होता है। पारंपरिक तरीके से संवत 1917 से यहां आयोजन हो रहा है। लेकिन यहां की नाली खुली है। यदि इसे ढंक दिया जाए तो आयोजन करने में और सुविधा प्राप्त होगी। श्रद्धालुओं को नली में गिरने का डर नहीं रहेगा।



कच्ची सड़कों को बनाया गया पक्की

मुख्य पार्षद मीनू सिंह ने कहा कि प्रायः सभी कच्ची सडकों को पक्की बनाया गया। कोई सड़क गली कच्ची नहीं है। मरम्मत का कार्य अगले सत्र में कराया जाएगा। क्षतिग्रस्त नाले का निर्माण हुआ। लगभग 150 व्यक्ति का राशन कार्ड बनाया। प्रधानमंत्री शहरी योजाना से प्राप्त चार आवेदन, सभी स्वीकृत, सभी का निर्माण कार्य प्रगति पर। नया 14 योजना स्वीकृत। सामाजिक सुरक्षा पेंशन 40 को स्वीकृत। कचड़ा उठाव की सुनिश्चित व्यवस्था। पर्याप्त स्ट्रीट लाइट लगाया गया है। 


राजनीतिक विशेषता : इस वार्ड से जगरनाथ कांस्यकार वार्ड पार्षद रहे थे। वे संवाददाता भी थे। बाद में लगभग तीन दशक चुनाव हुआ ही नहीं। जब 2002 में नगर पंचायत का चुनाव हुआ तो इनकी पत्नी लालती देवी वार्ड पार्षद बनीं। वर्ष 2007 के चुनाव में भी लालती देवी ही पार्षद बनीं। जब 2012 में चुनाव हुआ तो गुड़िया कुमारी पार्षद बनीं। वे जगरनाथ कांस्यकार के अनुज शिवनाथ कांस्यकार की पुत्रवधु हैं। मान लिया गया था कि यह वार्ड इस परिवार का गढ़ है। लेकिन जब नगर परिषद बना तो वर्ष 2018 के चुनाव में यह गढ़ ढह गया। और मीनू सिंह पार्षद बनीं और फिर मुख्य पार्षद भी।



महत्वपूर्ण स्थान : थाना, कसेरा टोली जिउतिया चौक, महिला महाविद्यालय, पीएचसी कालोनी, छतर दरवाजा, विद्या निकेतन।


मुहल्ला : शुक बाजार, छत्तर दरवाजा, खत्री टोला, कसेरा टोली, सत्संग नगर। 




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