Friday 16 September 2016

जिउतिया लोकोत्सव : शहर के लिए जश्न का दिन

फोटो- बैठक करते मुख्य पार्षद, उपमुपा, ईओ व उपेन्द्र कश्यप
जिउतिया को ले क्रांतिकारी व ऐतिहासिक घोषणा
नगर पंचायत करेगा नकल प्रतियोगिता का आयोजन
‘दाउदनगर जिउतिया लोकोत्सव’ में बरसेंगे पुरस्कार

काम का इनाम मिलता ही मिलता है। मुझे भी मिला। आज शुक्रवार 16.9.16 को। मेरे लिए ऐतिहासिक रहा यह दिन। करीब दो साल की कोशिश का नतीजा निकला। आज सुबह में नगर पंचायत के मुख्य पार्षद श्री परमानंद प्रसाद, उप मुख्य पार्षद श्री कौशलेन्द्र कुमार सिंह व कार्यपालक अधिकारी श्री विपिन बिहारी सिंह के साथ मैं बैठा। आपको याद होगा पुराना शहर चौक पर 2014 में ज्ञान दीप समिति के जिउतिया कार्यक्रम में नपं के मुख्य पार्षद परमानंद प्रसाद ने घोषणा की थी कि नगर पंचायत नकल अभिनय प्रतियोगिता का आयोजन करेगा। इसके पहले और बाद में भी कई बार दैनिक जागरण में मैंने इस मुद्दे को उठाया। एक जिद थी कि नपं कार्यक्रम का आयोजन करे। इससे यह होगा कि “दाउदनगर जिउतिया लोकोत्सव” को राजकीय दर्जा दिलाने में सहयोग मिलेगा। जब ऐसा होगा यानी राज्य सरकार ‘देव महोत्सव’ की तरह ‘दाउदनगर जिउतिया महोत्सव’ मनायेगा तो काफी विकास होगा। लोक कलाकारों की ख्याति बढेगी। दाउदनगर पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित शहर बनेगा। इसकी लडाई के साथ-साथ मेरी लडाई इसे बिहार की “प्रतिनिधि संस्कृति” बनाने की भी है। इसके लिए यहां जब सीएम नीतीश कुमार (एनडीए सरकार) यहां आये थे तो चिंटु मिश्रा से आवेदन दिलवाया था। फिलहाल नपं ने जो किया है उससे राजकीय दर्जा प्राप्त करने की ओर क्दम बढ गया है। मेरी व्यक्तिगत बात कला, संस्कृति, खेल व युवा मंत्री माननीय डा.शिवचन्द्र राम से हुई है और फिर बिधान परिषद के सभापति माननीय अवधेश नारायण सिंह से भी। दोनों ने राजकीय दर्जा दिलाने का आश्वासन दिया है। संभव है यह काम 2017 के जिउतिया तक हो जाये। फिलहाल नपं को साधुवाद। मेरे प्रयास व पहल को समर्थन उन्होंने दिया। कार्यक्रम की रुप रेखा की जिम्मेदारी मुझे दी गयी है। इसे लेकर जो भी उम्मीद है उस पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करुंगा।

·         आगामी 22, 23 व 24 सितंबर को नकल प्रतियोगिता का आयोजन नगर पंचायत कार्यालय परिसर में किया जायेगा। 25 सितंबर को पुरस्कार वितरण किया जायेगा। हर रोज एक दर्जन से अधिक नकल प्रस्तुतियों का चयन पुरस्कार के लिए किया जायेगा। तमाम प्रस्तुतियों को तीन श्रेणी में बांटा गया है। पारंपरिक नकल, मंचीय कला और झांकी। इन सभी श्रेणी के लिए प्रतिदिन तीन प्रथम, तीन द्वितीय और तीन तृतीय प्रस्तुतियों का चयन किया जायेगा। यानी कुल नौ प्रथम, नौ द्वितीय और नौ तृतीय पुरस्कार बंटेंगे। इससे यहां के अधिकाधिक कलाकारों को और अधिक बेहतर करने को प्रोत्साहन मिलेगा।

·         श्री परमानंद प्रसाद, श्री कौशलेन्द्र सिंह व श्री विपिन बिहारी सिंह ने बताया कि संस्कृति के संवर्धन के लिए यह कदम उठाया गया है। हर साल ‘दाउदनगर जिउतिया लोकोत्सव’ मनाया जायेगा। इससे लोक कलाकारों का मनोबल बढेगा। उनमें निखार आयेगा और इसके साथ ही पारंपरिक कलाओं के विलुप्त होने के खतरे को खत्म किया जायेगा। कहा कि नगर पंचायत इसे ऐतिहासिक बनायेगा।


2 comments:

  1. Dil jit liya aapne daudnagar ka...ek aur virodh ki suruat....

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  2. Dil jit liya aapne daudnagar ka...ek aur virodh ki suruat....

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