Monday 19 September 2016

कौन सही- जिउतिया, जितिया या फिर जीवित पुत्रिका

जिउतिया हिन्दी और जितिया है नेपाली शब्द

गीतों में जितिया तो है जीवितपुत्रिका नहीं
संस्कृत भाषा का है जीवित पुत्रिका शब्द
 यहां सोशल मीडिया में एक सवाल उठाया गया है कि “जिउतिया” शब्द के इस्तेमाल से पर्व का अपमान हो रहा है। कहा गया है कि सही शब्द जितिया है या जीवित पुत्रिका है और इसे ही लिखा जाना चाहिए। जिज्ञासा शांति के लिए सवाल उचित हैं। किंतु पूछने वाले का अन्दाज आपत्तिजनक है। इसे स्पष्ट करने के लिए प्रयाप्त श्रोत खंगाला। वास्तविकता क्या है? क्या वास्तव में “जिउतिया” शब्द नहीं है? डा.हरदेव बाहरी के राजपाल हिन्दी शब्दकोश के पृष्ठ संख्या-302 पर ‘जिउ’ और “जिउतिया” शब्द अंकित है। इसमें जिउ का अर्थ जीव बताया गया है। स्मरण करें- दाउदनगर के जितिया जिउ के साथ हई गे साजन। अर्थात जितिया जीव के समान है। अब आगे देखिए- जिउतिया का अर्थ ‘जीवित पुत्रिका व्रत’ बताया गया है। सवाल उठाने वाला यदि प्रयाप्त ज्ञानवान है तो वह इसे गलत ठहराने को स्वतंत्र और सक्षम भी है, किंतु यह संवाददाता ऐसा नहीं कर सकता। वास्तव में “जिउतिया” हिन्दी शब्द है। ‘जीवित पुत्रिका संस्कृत’ का शब्द है। और हां—विकिपिडिया के अनुसार ‘जितिया’ नेपाली शब्द है। भोजपुरी विकिपिडिया में जितिया और जिउतिया दोनों शब्द इस्तेमाल किए गये हैं। नेपाली शब्द जितिया दाउदनगर कैसे आया? यह तो मगही का क्षेत्र है?
यहां का तांती, पटवा मूलत: तिरहुतिया तांती हैं।  तिरहुत नेपाल की सीमा से सटा इलाका है। संभव है जब तांती समाज यहां आया तो उसकी बोली का टोन नेपाली प्रभाव लिए हुए हो। तांती, पटवा समुदाय का जुडाव तिरहुत से है तो जब वे यहां आये होंगे तो उनकी बोली में नेपाली भाषा का प्रभाव होना कठिन नहीं दिखता। वैसे जितिया यहां के गीतों में है किंतु जीवितपुत्रिका शब्द नहीं है। वह शुद्ध संस्कृत का शब्द है। जितिया-संस्कृति के लोक गीतों में संस्कृत के शब्द ढुंढने से मिल सकते हैं किंतु उसका अधिक इस्तेमाल नहीं हुआ दिखता है।

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