Monday 13 March 2023

बैंक में सीसीटीवी से अधिक लूटरों की आप पर है नजर

 


हर बैंक में बैठा है कोढ़ा गिरोह का सदस्य

 ग्राहकों पर रहती है नजर और बनाते हैं साफ्ट टारगेट 

कभी हथियार नहीं रखते छिनतई करने वाले अपने पास  

बाइक का दस्तावेज रखते हैं पूरी तरह दुरुस्त 


दाउदनगर (औरंगाबाद) : बैंक से पैसा लेकर निकले ग्राहकों से छिनतई की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। यह चिंता का विषय है। दरअसल कटिहार के कोढ़ा का गिरोह सक्रिय है और प्राय: सभी बैंक की शाखा में उसके सदस्य रहते हैं और ग्राहकों पर नजर रखते हैं। जैसे ही कोई साफ्ट टारगेट चिन्हित होता है उसका वे पीछा करते हैं और मौका देखते ही उससे वे झपट्टा मारकर या उनकी बाइक की डिक्की से पैसा निकाल कर भाग जाते हैं। पुलिस पदाधिकारियों के अनुसार बदमाशों की कोशिश रहती है कि पुलिस की पकड़ में ना आये इसलिए हथियार का इस्तेमाल नहीं करते। इस गिरोह के किसी सदस्य के पास से आज तक हथियार नहीं मिला है। पुलिस सूत्रों के अनुसार किसी अभियान में या सड़क पर सामान्य रूप से जांच के क्रम में भी पकड़े ना जाए इसलिए कोढ़ा गिरोह के सदस्य अपने पास हथियार नहीं रखते। दूसरी बात यह सामने आयी कि अपने वाहनों के तमाम दस्तावेज वे दुरुस्त रखते हैं ताकि किसी भी जांच में पकड़े ना जाएं। ऐसे में गिरोह के सदस्य दूसरे अपराध में पकड़े नहीं जाते और छिनतई की घटना को अंजाम देते रहते हैं। बैंक में समस्या यह है ऐसे लोगों को पकड़ना मुश्किल है। पुलिस अधिकारियों और बैंक अधिकारियों से बातचीत के बाद यह बात सामने आई कि पासबुक और अन्य जरूरी कागजात लेकर कोढ़ा गिरोह के सदस्य बैंक में खड़े रहते हैं। अब हर व्यक्ति का पासबुक चेक किया नहीं जा सकता कि पता चले कि कोई व्यक्ति यहां का है या कटिहार का निवासी है। कोई एटीएम से जुड़े काम तो कोई पैसा निकालने के लिए खड़ा है या पैसा जमा करने के लिए खड़ा है। ऐसे में कोढ़ा गिरोह के सदस्य को कैसे पकड़ा जा सकता है। यह कतई संभव नहीं हो पाता कि हर व्यक्ति की जांच की जाए और संदिग्ध की पहचान की जा सके।




कोढ़ा गिरोह को पकड़ने में सीसीटीवी भी नाकाम 

पुलिस पदाधिकारी के अनुसार मान लें कि कोई घटना सीसीटीवी कैमरा में कैद है। लूटने वाले की तस्वीर साफ है तब भी समस्या उसकी पहचान को लेकर है। क्योंकि आम तौर पर इस तरह की घटनाओं को अंजाम कटिहार के कोढ़ा गांव के निवासी देता है। जिसे स्थानीय तौर पर पहचाना नहीं जा सकता। अब यदि फोटो को लेकर कोई कोढ़ा जाए भी तो वहां कोई बताता नहीं है। कोई पहचान नहीं बताएगा। ऐसे में सीसीटीवी कैमरा में यदि कोई कैद भी होता है तो उसको पहचानना मुश्किल है। पुलिस के हाथ बंधे होते हैं।



तस्वीर लगाने की होती है तय प्रक्रिया 

कोढ़ा गिरोह के सदस्य के चेहरे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाते हैं लेकिन इनकी तस्वीर दाउदनगर क्षेत्र में स्थित किसी भी बैंक में नहीं लगाई गई है। ऐसा क्यों है। इस सवाल पर थाना अध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि किसी की तस्वीर यूं ही नहीं लगा दी जाती है। उसके लिए तय प्रक्रिया है और अभी तक इस प्रक्रिया के तहत किसी भी चिन्हित बदमाश की तस्वीर बैंक में नहीं लगाई गई है। आगे इस तरह की कार्रवाई की जा सकती है।


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