Wednesday 22 March 2023

राजनीति का खामियाजा भुगत रहा राजनीतिक अड्डा गुलाम सेठ चौक




राजनीति का खामियाजा भुगत रहा राजनीतिक अड्डा गुलाम सेठ चौक 

जल निकासी और कचरा डंपिंग की बड़ी समस्या 

वार्ड संख्या छह का हाल जागरण आपके द्वार

राजनीति के कारण नहीं लगा वाटर एटीएम मैरिज हाल और दुकान का भी निर्माण न ही सका

दाउदनगर (औरंगाबाद) : पुरानी शहर का हृदय स्थली है गुलाम सेठ चौक, जिसे कांग्रेस द्वारा इंदिरा गांधी की प्रतिमा लगाकर इंदिरा गांधी चौक बना दिया गया। यह वार्ड संख्या छह का प्रमुख स्थान है और राजनीति का अड्डा भी। स्वभाविक है कि राजनीति का अड्डा है तो राजनीति का खामियाजा भी वार्ड को भुगतना पड़ेगा। जल निकासी की बड़ी समस्या है। मियां मोहल्ला मुंशी टोला की सड़क होते बारादरी होते हुए बालूगंज से आगे तक जल निकासी के लिए बड़े नाला की जरूरत है। दूसरी बड़ी समस्या यह है कि इसे डंपिंग जोन बना दिया गया है। वार्ड का कचरा डंपिंग जोन ना होने के कारण वार्ड में एक स्थान पर तो जमा होता ही है दूसरे वार्डों का भी कचरा लाकर यहीं रख दिया जाता है। इंदिरा गांधी स्मारक के पास एटीएम बनाया जा सकता था लेकिन राजनीति की भेंट चढ़ गया और नगर परिषद को यह प्रस्ताव वापस लेना पड़ा। इसी तरह वर्ष 2009 में जब इस वार्ड से पार्षद बने परमानंद प्रसाद मुख्य पार्षद थे तो यहां एक मैरिज हाल और कई दुकान बनाने का प्रस्ताव लिया गया था लेकिन यह भी राजनीति की भेंट चढ़ गया। राजनीतिक विरोध ने इसे भी बनने से रोक दिया।



बड़ी आबादी पलायन को मजबूर 


इस वार्ड से वार्ड पार्षद रहे पूर्व मुख्य पार्षद परमानंद प्रसाद ने कहा कि काफी गरीब क्षेत्र है यह। बड़ी आबादी रोजगार के लिए बाहर जाती है। यहां साधन कम है। हस्तकला के माहिर कारीगरों की संख्या काफी है और बाहर रहकर हस्तकला से संबंधित काम ही कर अपनी जीविकोपार्जन करते हैं। स्थानीय स्तर पर रोजगार से संबंधित संसाधन और अवसर उपलब्ध हो तो पलायन रुकेगा।


घर तोड़ दिया पैसा नहीं मिला 


वार्ड पार्षद रही शायदा खातून के पति नसीमुद्दीन मंसूरी कहते हैं कि कई गरीबों का आवास योजना के तहत चयन हुआ। उन्होंने अपना घर तोड़ दिया लेकिन किसी को प्रथम किस्त तो किसी को दूसरी किस्त की राशि ही मिल सकी। घर बन नहीं सका और किराया पर रहना पड़ रहा है। वार्ड में एक शौचालय का निर्माण आवश्यक है। लोग गंदगी फैला रहे हैं जिसे रोका जाना चाहिए।



कचरे से बच्चे बूढ़े सभी परेशान 


शंकर कुमार कहते हैं कि मूत्रालय शौचालय होना आवश्यक है। यहां कचरे का डंपिंग जोन नहीं है इसके बावजूद मुख्य सड़क के किनारे न सिर्फ वार्ड का बल्कि दूसरे वार्डों से भी कचरा लाकर रख दिया जाता है। जिससे बदबू निकलती है। इससे बच्चे बूढ़े परेशान हैं। बीमारी का खतरा हमेशा बना रहता है। लोग बीमार पड़ रहे हैं। इस पर नप को ध्यान देना चाहिए।



गार्ड वायर नहीं लगाने से खतरा 


अशरफ जहांगीर कहते हैं कि पीर इलाहीबाग से गुलाम सेठ चौक तक 11000 वोल्ट का तार आया है। इसके नीचे गार्ड वायर नहीं लगाया गया है। तार टूट टूट कर गिरते रहता है। कभी भी बड़ी घटना घट सकती है। वार्ड पार्षद ने कई बार विभाग को लिखा लेकिन तब भी गार्ड वायर नहीं लगाया जा सका। यह बड़ी समस्या है। गली गली वार्ड की दुरुस्त है।



विकास और राहत के किया कई काम

वार्ड पार्षद मोहम्मद सोहेल अंसारी ने बताया कि 20 नली गली का निर्माण कराया। सफाई करवाते रहते हैं खड़ा होकर। महादलित टोला में रोशनी लाने का काम किया। सड़क बनवाया। 80 आवास योजना का लाभ लोगों को मिला। 60 को दूसरी किस्त की राशि मिल गई है। बड़े नाला का निर्माण कराया था कि जलजमाव की समस्या खत्म हो। कई बार स्वास्थ्य शिविर लगाया, लोगों को राहत पहुंचाने का काम लगातार किया। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र सहजता से लोगों को उपलब्ध कराने का काम किया।


राजनीतिक विशेषता 

वर्ष 2002 में जब नगर पंचायत का चुनाव शुरू हुआ तो रिक्शा चालक फकीर चंद राम वार्ड पार्षद बने और तब उच्च शिक्षा प्राप्त राजनीति में लंबे काल से सक्रिय परमानंद प्रसाद को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 2007 और 2012 में परमानंद प्रसाद चुनाव जीतने में कामयाब रहे और 2007 से 12 तक और फिर 2014 से 2017 तक लगभग आठ वर्ष मुख्य पार्षद रहे। 2018 में जब नगर परिषद का चुनाव हुआ तब सोहेल अंसारी वार्ड पार्षद बने।



 प्रमुख मोहल्ला - नीलकोठी, कुम्हार टोली, मियां मोहल्ला, पठान टोली, केवानी टोला, इलाहीबाग का पश्चिमी हिस्सा।


 प्रमुख स्थान : गुलाम सेठ चौक उर्फ इंदिरा गांधी चौक, इंदिरा गांधी का स्मारक, मदरसा इस्लामिया, छोटी मस्जिद, पुराना शहर संगत।


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