Wednesday 15 March 2023

 वार्ड नंबर पांच का हाल



बारूण रोड से सोनतराई तक सड़क का निर्माण जरूरी 

स्मारक, शवदाह गृह और सामुदायिक भवन की जरूरत 


दाउदनगर (औरंगाबाद) : वार्ड संख्या पांच में कई बड़ी समस्याएं हैं। दाउदनगर बारुण रोड से सोनतराई तक की लगभग 30 फीट चौड़ी और तीन किलोमीटर लंबी सड़क जो सोनतराई तक जाती है आज तक नहीं बनी। बरसात में इस पर चलना मुश्किल हो जाता है। वर्ष 2001 में शहीद प्रमोद सिंह का स्मारक अभी तक नहीं बना। इसी तरह नगर परिषद द्वारा पांच गुणा पांच फीट जमीन ज्योतिबा फुले स्मारक निर्माण के लिए आवंटित किया गया है लेकिन यह भी अभी तक नहीं बना। वार्ड पार्षद बसंत कुमार कहते हैं कि यह तीनों प्रमुख काम कब होगा कहा नहीं जा सकता। इनके अनुसार नगर परिषद क्षेत्र में दो शवदाह गृह निर्माण का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन यह भी अभी तक नहीं बना। दाउदनगर-नासरीगंज सोन पुल और भूतनाथ मंदिर के पास शवदाह गृह बनाने का निर्णय लिया गया है जो अभी तक नहीं बना। मोहल्ला वासी शिक्षक सत्येंद्र कुमार के अनुसार सामुदायिक भवन का निर्माण नहीं होना बड़ी समस्या है। कई मोहल्ला ऐसा है जहां लोगों को ठहराने के लिए कोई सामुदायिक स्थान नहीं है। इसलिए सामुदायिक भवन की जरूरत है।



28 साल पुराना जर्जर है सामुदायिक भवन


मोहल्ला वासी शिक्षक सतेंद्र कुमार कहते हैं कि विधायक निधि से 1995 में नोनिया बीघा में सामुदायिक भवन बना था। 28 साल पुराना यह भवन अब जर्जर है। रहने लायक नहीं है। दूसरी बड़ी समस्या यह है कि बनी हुई सड़कों को खोद कर नाली बना दिया गया है। हद यह कि सड़क के बीच नाला बनाया गया है। बनी हुई सड़कें टूट फूट का शिकार हो गई हैं। इससे गंदगी पसर रही है। आवागमन प्रभावित हो रही है और नप दर्शक बना हुआ है। नालियों का प्रबंधन सही नहीं है।



अपना घर तोड़ किराए पर रहने को गरीब मजबूर 

खलील माली कहते हैं कि सबसे बड़ी समस्या आवास योजना की है। लोगों को आवास योजना की स्वीकृति दी गई तो लोगों ने अपना घर तोड़ दिया और अभी तक किसी को प्रथम किस्त किसी को दूसरी किस्त की राशि मिल सकी है। नतीजा यह है कि अपना घर तोड़ने के बाद लोगों को किराए के मकान में रहना पड़ रहा है। गरीबी में आटा गीला किया जा रहा है। रहने का जो घर था वह तोडना पड़ा और अब बनाने के लिए राशि नहीं मिली है। कैसे-कैसे बरसात में गुजारा हुआ और अब बरसात आने वाला है।


शिक्षा की कमी, पुस्तकालय की जरूरत


अजय पांडेय कहते हैं कि मुख्य रूप से शिक्षा की कमी है। जिसकी वजह से लोगों में भ्रांतियां बनी हुई रहती है किसी भी कार्य को लेकर। जिस वार्ड के लोगों में शिक्षा की बहुलता रहती है वहां कोई भी विकास का कार्य नहीं रुकता है। वार्ड स्तर पर शिक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने और हर वार्ड में एक पुस्तकालय की जरूरत है। ताकि युवा एक जगह बैठ कर पढ़ने का कार्य कर सकें।


किया गया है बहुत काम : वार्ड पार्षद


वार्ड पार्षद बसंत कुमार ने बताया कि 99 प्रतिशत सही पात्र को सामाजिक सुरक्षा से आच्छादित किया गया है, सभी घरों में शौचालय, 60 आवास स्वीकृत, मुख्यमंत्री नली गली पक्कीकरण योजना के तहत प्रत्येक गली नाली की योजना स्वीकृत, कुछ में काम शुरू कुछ में होना शेष है। विद्युतीकरण की समस्या लगभग खत्म किया, तीन नया ट्रांसफार्मर लगाया गया। नल जल योजना का लाभ प्रायः सभी घर में उपलब्ध। डोर-टू-डोर कचड़ा का होता है उठाव। 



अब तक के वार्ड पार्षद : 

2002 - सैयदा खातून

2007 - अरुण कुमार सिंह

2012 - बसंत कुमार

2018 - बसंत कुमार 


प्रमुख मुहल्ला : गुलजारपुर, कदम तल, जाट टोला, मियां मुहल्ला, माली टोला उर्फ फुले नगर।


महत्वपूर्ण स्थल : दाउदनगर-नासरीगंज सोन पुल, दो सोन बालू घाट, शहीद प्रमोद सिंह का पुस्तैनी घर, आस्ताना कादरिया, इमामबाड़ा, शिव मंदिर

No comments:

Post a Comment