Wednesday 14 October 2015

शोर थमा तो भीड के आकलन में जुटे मतदाता


चुनाव प्रचार के आखिरी दिन दिखायी ताकत
ओबरा विधान सभा क्षेत्र का नक्शा

मतदाताओं के पास पहुंचने की अंतिम कोशिश शुरु

       उपेन्द्र कश्यप
 बुधवार को चुनाव प्रचार का शोर थम गया। सभी प्रमुख प्रत्याशियों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन वाहनों और भीड के माध्यम से किया। अब शांति मिल गयी है। शहर दिन भर अखाडा बना रहा, प्रत्याशियों की जोर आजमाइश का। किसी ने चार पहियों का लंबा काफिला निकाला तो अधिकतर ने बाईक जुलूस। एक से एक वाहन दिखे। अब चर्चा इस बात पर हो रही है कि किसके काफिले में किस किस जाति के कहां कहां के लोग थे। वाहनों में झांकने की कोशिश मतदाताओं ने की। यह कोशिश हुई कि भीड के खास चेहरे को पहचाना जा सके। इससे अनुमान लगाने की सुविधा मिल जायेगी कि किस प्रत्याशी या गठबन्धन के साथ किस जाति के कहां कहां के मतदाता हैं। शक यह भी कि कहीं भीड का एक बडा हिस्सा दूसरे क्षेत्र का तो नहीं? इससे वोटरों को अपना मानस बनाने में सहुलियत हो सकेगी। शहर में दो दलों या प्रत्याशियों की भीड से बने माहौल पर लोग बाग चर्चा कर रहे हैं कि किसकी ताकत अधिक दिखी। निर्धारित समय तक शहर में कई दलों ने अपनी ताकत दिखाया। अब मतदाता आकलन में जुट गये हैं कि किसके साथ कितनी जनता है। जो जिसके साथ अब तक रहा इसकी कोई गारंटी नहीं कि 16 अक्टूबर को भी वह उसी के पाले में मतदान करे। चर्चा इस पर भी हो रही है। मतदाताओं तक प्रत्याशियों के शोर सराबे के साथ हुजूम लेकर पहुंचने का वक्त खत्म हो गया है। अब वे शांति से मतदाताओं के पास व्यक्तिगत तौर पर पहुंचने की कोशिश में हैं।


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