Thursday 12 January 2017

उठो जागो के आह्वाहन को करना होगा सार्थक

युवाओं पर है राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी
राष्ट्र का निर्माण करने की जिम्मेदारी हमेशा युवाओं के कंधे पर रही है| उन्हें ही स्वामी विवेकानंद ने आह्वाहन करते हुए कहा था कि-उठो, जागो और तब तक संघर्ष करो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए| देश आज भी लक्ष्य प्राप्त नही कर सका है| युवा इस आह्वाहन को सार्थक कर सकते हैं| कई क्षेत्रों में हम संघर्षरत हैं| समाज के तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सक्रिय युवाओं से उनके प्रयासों, संघर्षों, संभावनाओं और उम्मीदों के बारे में दैनिक जागरण ने जाना|

दैनिक जागरण की खबर ने सुझाया रास्ता
दैनिक जागरण अख़बार में २००९ में छपी एक खबर ने अमुज कुमार पाण्डेय को इतना झंकझोरा कि वे घर घर स्वामी विवेकानंद के चित्र और विचार पहुंचाने के लिए संकल्पित हो गए| खबर में बताया गया था कि विद्यार्थियों और छात्रों को राष्ट्रीय युवा दिवस के बारे में कोई जानकारी नहीं है| इन्होंने 2012 में बिहार दिवस के अवसर पर लिखित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित कर स्वामी जी की तस्वीर का वितरण किया| साल 2013 में स्वामी जी के साथ 10  देशभक्तों की जीवनी से जुड़े प्रश्नों पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता कराया| बाद में स्वामी जी के साथ ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों पर ध्यान दिया जिन्हें एक साजिश के तहत दरकिनार कर दिया गया था| उत्कर्ष में शहीद जगाता पति पर प्रकाशित लेख से प्रभावित हो 2012 से जारी संघर्षशील युवा पुरस्कार को 2014  मे जगतपति युवा पुरस्कार कर दिया| वर्ष 2015 मे दुर्गा नाम से कार्यक्रम शुरू किया जिसके तहत अशिक्षा दूर करने को 9 छोटी कन्याओ को मुफ्त शिक्षा की व्यस्था की गयी| उद्देश्य विद्यार्थियों के अंदर राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करना और उनके अंदर देशसेवा की भावना को जन्म देना है|

कुशल कार्यबल सिर्फ दो फीसद

दर्शन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के निदशक रौशन कुमार सिन्हा
का कहना है कि युवा ऊर्जा देश के सामाजिक एवं आर्थिक विकाश को गति देने वाली ताकत है| कौशल विकाश एवं रोजगार इस ताकत को आगे बढ़ाने के सर्वोच्च साधन है। युवा जनसँख्या का सबसे बड़ा भण्डार है परंतु यह कुशल मानव बल का वर्तमान आकार केवल 2 प्रतिशत है। कौशल प्रशिक्षण की सुविधाओं को विस्तार कर कौशल की गुणवत्ता बढ़ाने तथा कुशल भारत के नारे को चरितार्थ करने के लिए सरकार प्रयासरत है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 12 जनवरी 2016 को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर नयी कौशल पहल का सुभारम्भ किया था| स्किल इंडिया गरीबी के खिलाफ सरकार का एक जंग है| राष्ट्रीय कौशल विकाश मिशन, कौशल विकाश और उद्यमिता के लिए राष्ट्रीय नीति, प्रधानमंत्री कौशल विकाश योजना और कौशल ऋण योजना भी शुरू की गयी है। उद्देश्य 2022 तक लक्ष्य को पूरा करना है। राज्य सरकार कुशल युवा समृद्ध युवा, सपना आपका संकल्प हमारा के सिद्धांत के साथ कुशल युवा कार्यक्रम चला रही है| सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और उन्हें नियोजक बनाने के लिए स्टार्टअप लाई है|

कला नाहे तो जीवन होगा नीरस

धर्मवीर फिल एंड टीवी प्रोडक्शन के निदेशक धर्मवीर भारती ने कहा कि अगर युवाओं के पाठ्यक्रम या दिनचर्या से कला को हटा दिया जाये तो उनका जीवन नीरस हो जायेगा| कला ही एक ऐसी औषधि है जो युवा पीढ़ी को डिप्रेशन, भटकाव और उन्माद से बचाटी है। कला कई मायने में जैसे आर्थिक, मानसिक एवं नैतिक रूप से युवाओं को मज़बूत बनाटी है|  केंद्र सरकार, बिहार सरकार और कई सामाजिक संगठन युवाओं को कला से जोड़ने के लिए बजट के साथ कई अन्य सुविधएं उपलब्ध कराती है|  युवा उत्सव इसी का द्योतक है

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