Saturday 5 August 2023

जरा औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन पर भी ध्यान दे केंद्र सरकार

 



डेढ़ दशक में लागत अनुमान बढ़ गया नौ गुणा

लगातार दस वर्ष से जारी है रेल लाइन की मांग को ले आन्दोलन  

आज पीएम करेंगे एएन रोड के पुनर्निर्माण को शिलान्यास

चार महीने में मात्र छह किलोमीटर ही हो सका है सर्वे

सितंबर महीने में है डीपीआर बनाने का लक्ष्य

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : 

आज रविवार को अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए कुल 13 करोड़ रुपये की योजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली करेंगे। इससे जिला को लाभ होगा, लेकिन सवाल यह है कि आखिर डेढ़ दशक से लंबित औरंगाबाद-बिहटा रेल लाइन परियोजना पर पीएम या केंद्र सरकार की नजर-ए-इनायत कब होगी। जब 2007 में परियोजना का आकलन किया गया था तो इस पर 326 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था। डेढ़ दशक बाद इसमें नौ गुना वृद्धि होकर अठाईस सौ करोड़ से अधिक का अनुमानित खर्च होना बताया जा रहा है। लेकिन निर्माण का काम शुरू नहीं हो सका है।

बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन सर्वे के काम में धीमी गति है। इस रेलवे लाइन को लेकर बीते दस साल से आंदोलन चला रहे संघर्ष समिति के संयोजक मनोज सिंह यादव ने बताया कि लगभग चार महीने में केवल छह किलोमीटर का सर्वे हुआ है। जबकि इसका टेंडर 17 अप्रैल 2023 को खुला है। सितंबर माह तक डीपीआर बनाने का लक्ष्य है। कार्य में धीमी गति को तेज करने के लिए एवं प्राक्कल के अनुसार राशि देने के लिए औरंगाबाद अरवल में विशेष हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के नाम से पोस्ट कार्ड भेजो अभियान चलाया जा रहा है। संघर्ष समिति ने एक लाख लोगों से पोस्टकार्ड लिखवाने का लक्ष्य रखा है। श्री यादव ने बताया कि करो या मरो के तर्ज पर संघर्ष जारी रखा है। चार संसदीय क्षेत्र के आम जनता के लाभान्वित बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन में तेजी लाने के लिए सैकड़ों बार जन प्रदर्शन किया जा चुका है। संघर्ष के बदौलत ही टेंडर खुला और रेलवे लाइन बनने का काम हो रहा है। इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के उदासीन रवैया के कारण 54 वर्षों से रेलवे लाइन अधर में लटका हुआ है।



20 हजार ने भेजा पोस्टकार्ड


प्रधानमंत्री के नाम से पोस्टकार्ड भेजो अभियान जारी है। मनोज सिंह यादव ने बताया कि औरंगाबाद, दाउदनगर, अरवल  समेत कई जगहों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। अभी तक 20 हजार लोगों ने बिहटा अरवल औरंगाबाद रेलवे लाइन में प्राक्कलन के अनुसार राशि एवं जमीन अधिग्रहण की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजा है। एक लाख पोस्टकार्ड हस्ताक्षर करा कर प्रधानमंत्री को भेजने का लक्ष्य है। ताकि अति शीघ्र 3900 करोड़ राशि दिया जाए।



जो हो रहा वह संघर्ष की बदौलत 


जनता के संघर्ष की बदौलत ही जो कुछ हुआ वह हुआ। 17 अप्रैल 2023 को टेंडर खुला और मुख्य सर्वे का काम एवं डीपीआर का काम जारी है। अनुग्रह नारायण से बिहटा तक रेलवे लाइन बनने की परियोजना है। जिसकी कुल लंबाई 120 किलोमीटर है। डीआरएम दानापुर एवं मुख्य अभियंता द्वारा बताया गया है कि सितंबर माह तक रेलवे लाइन का सर्वे एवं डीपीआर बना लिया जाएगा। आंदोलनकारी मनोज यादव ने कहा कि काम में तेजी लाने के लिए जन आंदोलन और जन संघर्ष जारी रहेगा। जब तक बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन बना नहीं जाता है करो या मरो के तर्ज पर संघर्ष लगातार होता रहेगा।

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