Wednesday 10 May 2017

अठारह महीने से बेटे की राह देख रही माँ

बेटे की  में पथरा गयीं आखें
तीन बार सीएम से मिलने पहुँची पटना
दौलतपुर की सावित्री देवी करीब अठारह महीने से अपने लापता पुत्र की राह देख रही हैं| तीन बार मुख्यमंत्री से मिलने पटना और दो बार एसपी से मिलने औरंगाबाद तक दौड़ चुकी हैं| उनका 16 वर्षीय पुत्र विकास कुमार गत आठ सितंबर 2015 से लापता है| थाना में उसके मामा विनोद राम ने छ: नामजदों के विरुद्ध अपहरण का मामला दर्ज कराया है| पुलिस न आरोपियों को पकड़ सकी है न लापता को खोज सकी है| आखिर, गरीब और दूसरे प्रदेश में काम करने वाले आरोपी अपहरण क्यों करेंगे? इस सवाल का सावित्री के पास कोइ जवाब नहीं है| उसकी बस एक ही रट है कि किसी तरह उसका बच्चा उसे मिल जाए| जब उसे कहीं से भी उम्मीद नहीं दिखी तो वह दैनिक जागरण के इस संवाददाता के पास आयी| इससे पहले एक नेता ने यह कह कर भगा दिया कि वोट मुझको दी थी कि आये हो? हम क्या करेंगे? सावित्री द्वारा उपलब्ध कराई गयी प्राथमिकी (संख्या-252/15) दस्तावेज के अनुसार गाँव के ही आनंद कुमार ने उसे जो बताया उसके अनुसार ही भुइयां टोली निवासी छ: के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया गया है| इसमें कहा गया है कि आरोपी उसे बहला कर कमाने के लिए ले गए और शायद कहीं बेच दिया| वह घर में अकेली है और उसका दौड़ दौड़ कर बुरा हल है| 

पिता व बहन की शारीरिक स्थिति ठीक नहीं
लापता विकास एकौनी हाई स्कूल से मैट्रिक पास कर चूका है| इसके बाद उसने संसा इंटर स्कूल में नामांकन कराया था| मूलत: वह अन्कोढा का निवासी है| उसके लापता होने के बाद पिता सुरेश यादव की कमर टूट गयी और बाद में 10 वर्षीय बहन इंदु कुमारी की भी कमर टूट गयी है| दोनों अस्वस्थ हैं| सुरेश यादव गरीब कृषि मजदूर थे| किसी तरह आजीविका चलाते थे| दौलतपुर निवासी मामा और केस के वादी विनोद कुमार ही अब  परिवार का खर्च चलाते हैं| सभी दौलतपुर ही रहते हैं| सावित्री देवी की आँखें हर समय डबडबाई रहती है| उम्मीद अब भी जिंदा है| स्वयंभू समाजवादी और जातिवादी राजनीति के दिग्गजों ने इनका कभी हाल नहीं जाना| इनके लिए फुर्सत नहीं है|

हो रही प्रक्रिया-पुलिस
थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि मामले में कानून सम्मत प्रक्रिया चल रही है| देश के सभी थानों को लापता की तस्वीर भेजी गयी है| किसी भी तरह की सूचना मिलते ही पीड़ित परिवार को भेजी जायेगी|      


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