Tuesday 8 December 2015

पंचायत चुनाव आरक्षण को ले बढी बेचैनी


दाउदनगर में हैं कुल 15 पंचायत
आरक्षण का आधार 2011 की जनगणना
उपेन्द्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) पंचायत चुनाव का रण सजने लगा है। सरकार और निर्वाचन आयोग त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पदों के आरक्षण की स्थिति स्पष्ट करने में जुटी हुई है। हर तरफ इसकी चर्चा है और वर्तमान मुखिया, सरपंच, पंचायत सचिव और जिला पार्षदों में बेचैनी है। इसकी वजह है कि किस सीट का आरक्षण किस रुप में होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। एक तबके में संभावना के साथ उत्साह भी है कि उनकी किस्मत जग सकती है, क्योंकि यह तय है कि जो सीट गत दो चुनाव में जिस वर्ग के लिए आरक्षित रहा है, इस बार उसकी स्थिति बदलेगी। अर्थात जो पंचायत या सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहा है वह इस बार या तो सामान्य होगा या फिर दूसरे वर्ग के लिए आरक्षित या अनारक्षित होगा। जो महिला के लिए आरक्षित रहा है वह इस बार इससे मुक्त हो कर दूसरे रुप में आरक्षित होगा या अनारक्षित रहेगा। बेचैनी इसी कारण है। आरक्षण का आधार 2011 की जनगणना को माना जाना है। इसी आधार पर पंचायत चुनाव की आरक्षित सूची तैयार होनी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के जितने भी पद हैं, उसके संभावित प्रत्याशी और वर्तमान प्रतिनिधि बेचैन हैं।    

वर्तमान सीट छोड दूसरी सीट होगी आरक्षित
आरक्षण का यह है फार्मुला
दाउदनगर (औरंगाबाद) आरक्षण के लिए फार्मुला तैयार किया गया है। सूत्रों ने बताया कि जिस पंचायत में जिसकी आबादी अधिक होगी वह उस वर्ग के लिए आरक्षित होगा। जिस पंचायत में अनुसूचित जाति की संख्या अधिक होगी उसे अजा के लिए आरक्षित किया जाना है। किंतु, वर्तमान आरक्षित सीट को छोडकर। दाउदनगर पंचायत में बेलवां, अंछा और सिन्दुआर इस वर्ग ले लिए आरक्षित है। इनको छोड कर दूसरी तीन पंचायतें इनके लिए आरक्षित होंगी। इसी तरह जिन पंचायतों में अतिपिछडा आबादी अधिक होगी उनको इस वर्ग के लिए आरक्षित करनी है, किंति वर्तमान में इस वर्ग के लिए आरक्षित सीट शमशेरनगर, कनाप और संसा को छोड कर। इन्हीं आरक्षित सीटों में से एक-एक इसी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होगी। और वह सीट वही होगी जिसमें महिला संख्या अधिक होगी। सामान्य वर्ग के लिए भी यही फार्मुला लागु होता है।


शमशेरनगर, तरारी, अरई पर संकट
दाउदनगर (औरंगाबाद) नयी आरक्षण लागू होने में शमशेरनगर, अरई, तरारी और महावर पर संकट दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार 2011 की जनगणना के अनुसार इन पंचायतों में अनुसूचित जाति की संख्या अधिक है। नतीजा इन्हीं चार में तीन इस वर्ग के लिए आरक्षित हो सकते हैं। चौरी, तरार, गोरडीहां, करमा में से किसी तीन को अतिपिछडा वर्ग के लिए आरक्षित किया जा सकता है। इन्हीं पंचायतों में इस वर्ग की आबादी अधिक है

दाउदनगर प्रखंड में पंचायतों की आरक्षण स्थिति

दाउदनगर (औरंगाबाद) अंछा और सिन्दुआर अनु.जाति और बेलवां अजा महिला के लिए आरक्षित है। कनाप और संसा अति पिछडा और शमशेरनगर अपि महिला के लिए आरक्षित है। मनार, तरारी, तरार और चौरी महिला सामान्य के लिए आरक्षित है। गोरडीहां, अंकोढा, महावर, अरई और करमा पंचायत अनारक्षित हैं। अब इनकी स्थिति बदलने वाली है।  

No comments:

Post a Comment