Sunday 4 February 2024

लालकृष्ण आडवाणी से जुड़ी है दाउदनगर की यादें

अयोध्या आंदोलन के दौरान आए थे भखरुआं 

दिया था ओज पूर्ण भाषण, जुटी थी काफी भीड़ 


जब राम मंदिर आंदोलन देश में विस्तार पा रहा था तब लालकृष्ण आडवाणी दाउदनगर भी आ चुके हैं। आज जब उनको भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से की तो उन लोगों को काफी खुशी हुई जिन्होंने तब यहां लालकृष्ण आडवाणी को देखा और सुना था। उनके साथ तब गोविंदाचार्य थे। भखरुआं मोड पर पटना की तरफ से औरंगाबाद की ओर जाने के क्रम में संसा पथ के समीप लोगों को संबोधित किया और उन्हें अयोध्या के लिए आमंत्रित किया था। डाक्टर विश्वकांत पांडेय ने अपनी डायरी में उस घटना को अंकित किया हुआ है। बताया कि वे सितंबर 1991 को यहां आए थे। 


हिंदुत्व को था आडवाणी ने ललकारा 

लाल कृष्ण आडवाणी का दाउदनगर आगमन श्री राम मंदिर निर्माण को आहूत करने के लिए हुआ था। उसके पहले वे बिहार सरकार द्वारा गिरफ्तार किये जा चूके थे। राम धुन और मंदिर वहीं बनाएंगे का संगीत बजते गाड़ी के छत पर श्री आडवाणी ने सम्बोधन किया था। हिंदुत्व को ललकारते हुए अपनी बात रखी थी। तब दाउदनगर बाजार से हिन्दू समाज के बहुतायत लोग एकत्रित हुए थे।



सख्त सुरक्षा व्यवस्था और काफी भीड़



राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े सिद्धेश्वर प्रसाद बताते हैं कि तब भखरुआं में काफी भीड़ जुटी थी। कई वाहनों में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे। बहुत कम समय तक संबोधित किया लोगों को और फिर औरंगाबाद के लिए चले गए। ओबरा में भी संबोधित किया था लेकिन औरंगाबाद में बहुत भव्य कार्यक्रम तब हुआ था। पूरा वातावरण भक्तिमय व राममय बन गया था।



काफी देर तक प्रतीक्षा करते रहे लोग



आरएसएस से संबद्ध सुनील केशरी बताते हैं कि श्री आडवाणी के आने का समय 11 बजे तय था। किंतु लगभग तीन बजे आये थे। भारी संख्या में भीड़ थी। उनको सुनने के लिए प्रतीक्षा करती रही भीड़। लोग अटल आडवाणी जिंदाबाद, भारत मां के तीन धरोहर अटल आडवाणी मुरली मनोहर, वंदे मातरम, भारत माता की जय का नारा लगाया रहे थे।  

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