Tuesday 23 January 2024

राजनीति की भट्ठी में युवाओं को झोंकने की साजिश

इस तरह की हरकतों से सांप्रदायिक तनाव की बन सकती है स्थिति

पुलिस प्रशासन के पूछने के बावजूद क्यों नहीं बताई गई की निकलेगा जुलूस 


 उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) : क्या चुनावी राजनीति के लिए युवाओं को राजनीति की भट्टी में धकेला जा रहा है। क्या राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है। क्या पुलिस प्रशासन से झूठ बोलकर नव युवकों को राजनीतिक लाभ के लिए मोहरा बनाया जा रहा है। जब पुलिस प्रशासन ने पूछा था कि अगर जुलूस निकालना चाहते हैं तो जानकारी दें तो फिर शांति समिति की बैठक में किसी ने यह क्यों नहीं कहा कि जुलूस निकाला जाएगा। सोमवार की रात अचानक लगभग 15 फीट ऊंचा डीजे के साथ जुलूस कैसे निकाला गया। क्या यह बिना योजना संभव हो सकता है। प्रश्न यह भी है कि हनुमान मंदिर प्रबंधन समिति को यह पता क्यों नहीं था कि शहर में जुलूस निकाला जाएगा। कई प्रश्न सोमवार की रात की घटना से उठे हैं। अचानक से लगभग 1000 युवा सड़क पर डीजे बांधकर कैसे उतर जाएंगे। यह और बात है कि उसके निकाले जाने की सूचना छुपाने की कोशिश की गई। यह भी एक योजना दिखती है। डीजे कसेरा टोली की तरफ से मुख्य पथ पर आता है और हनुमान मंदिर के पास बने गेट की ऊंचाई कम होने के कारण मामला फंस जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां प्रशिक्षु डीएसपी चंदन कुमार बार-बार अनुरोध करते हैं कि बना अनुमति के आप लोगों ने जुलूस निकाला है, पीछे हटिये। पुलिस प्रशासन ने शांति समिति की बैठक में पूछा था कि क्या जुलूस निकाला जाएगा जब प्रशासन अनुमति देने के लिए तैयार था तो फिर जुलूस निकालने की अनुमति क्यों नहीं ली गई। आखिर इस घटना के पीछे वह कौन सा व्यक्ति या समूह है जो युवाओं को सांप्रदायिक और राजनीतिक भट्टी में धकेल रहा है। लोगों को भी समझने की जरूरत है कि उनका राजनीतिक और धार्मिक इस्तेमाल उनके करियर को तबाह कर सकता है। इस तरह की घटनाओं से युवाओं को सबक लेनी चाहिए कि कहीं ना कहीं उनका राजनीतिक इस्तेमाल इसलिए किया जा रहा है कि किसी को लाभ हो। ऐसी कोशिश पर अगर विराम नहीं लगता है, पुलिस प्रशासन चिन्हित करके ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, तो फिर हसपुरा थाना क्षेत्र जैसी स्थिति हो जाएगी और यह दाउदनगर के लिए सबसे बड़ा दुर्भाग्य का दिन होगा। किसी भी परिस्थिति में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने और धार्मिक उन्माद फैलाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। क्या पुलिस आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगी।


बिना अनुमति निकाला जुलूस, किया पुलिस पर पथराव


10 नामजद समेत 12 के खिलाफ प्राथमिकी 

पुलिस ने जप्त किया डीजे का सारा सामान  

शहर में बिना अनुमति जुलूस निकालने, हंगामा करने और पुलिस पर पथराव करने के मामले में अंचल अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह द्वारा प्राथमिकी कराई गई है। डीजे और उसके सभी उपकरण, वाहन व जेनरेटर जब्त कर लिया गया है। इस मामले में 10 नामजद समेत 12 आरोपित बनाये गए हैं। प्राथमिकी आवेदन में कहा गया है कि अंचल अधिकारी प्रशिक्षु डीएसपी चंदन कुमार ठाकुर, थाना अध्यक्ष अंजनी कुमार, अपर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार पुलिस बल के साथ निकले तो छत्तर दरवाजा के पास कुछ लोग लाठी डंडा से लैस होकर डीजे के साथ दिखे। बहुत तेज आवाज में डीजे बजा रहे थे। डीजे बजाने की उन्होंने अनुमति प्राप्त नहीं की थी। इन बीच बिजली कट गई। अंधेरे का लाभ उठाकर जुलूस में शामिल लोग पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगे। कुछ पुलिस कर्मियों को हल्की चोट आई है। अंधेरा का लाभ उठाकर सभी भाग गए। डीजे, वाहन और जनरेटर वाले सभी भाग गए। बाद में पूछताछ पर पता चला कि अमृत बिगहा स्थित काली मंदिर रोड देवी स्थान के पास डीजे छुपा कर रखा गया है। इस सूचना पर पुलिस वहां पहुंचे तो डीजे और उसके सभी उपकरण को पुलिस ने जप्त कर लिया। इस मामले में डीजे के संचालक विजय कुमार, वाहन मालिक व उसके चालक के अलावा शहर के नौ व्यक्तियों को नामजद आरोपित बनाया गया है। पुलिस ने नामजद आरोपितों के नाम बताने से परहेज किया।



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