Tuesday 10 June 2014

दादर की ऐतिहासिकता का प्रमाण है अरुण सतंभ


दादर की ऐतिहासिकता का प्रमाण है अरुण सतंभ


मिलते रहे हैं मौर्ययुगीन मृदभाड के अवशेष

गांव की चारों ओर कभी थे पोखर

उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) : गोह प्रखंड का दादर गांव ऐतिहासिक है। इसका प्रमाण गांव में स्थित एक पोखर से मिलता है जिसमें भग्न अरुण स्तंभ है, इसे ग्रामीण सत्ययुगकालीन बताते हैं। म्यूजियम एशोसियेशन आफ इंडिया के सचिव डा.आनंद वर्धन की मानें तो इसके सूर्य स्तंभ होने की संभावना अधिक है। पोखर और स्तंभ की जांच किए जाने की आवश्यकता है। इससे इस क्षेत्र के इतिहास के नये सफात मिल सकते हैं। यह भी महत्वपूर्ण तथ्य है कि यहां काले रंग के चमकदार मृदभाड़ों के अवशेष यदा कदा मिलते रहे हैं। इस पोखरा को सत्ययुगीन बताया जाता है। मृदभांड़ हो या फिर कभी कभी प्राप्त होने वाले मृदभाड़ के अवशेष उसे मौर्यकाल का पूर्व का माना जाता है। तालाब के मध्य स्थित अरुण स्तंभ और धारणा के अनुसार सूर्य लिंग प्राचीन वैदिक धर्म की परंपरा पर आधारित है। तथ्य है कि कोणार्क के सूर्य मन्दिर के बाहर भी अरुण स्तंभ स्थापित है। यह इलाका मगध क्षेत्र का भूभाग है जहां सूर्य की पूजा की वृहद परंपरा प्राचीन काल से रही है। प्रजनन की शक्ति की उपासना भी परंपरा में है। शिवलिंग की उपासना प्रचलन में है मगर सूर्य लिंग प्राय: देखने को नहीं मिलते। दादर के पोखरा स्थित इस स्तंभ को भी जनन शक्ति का प्रतीक माना जाता है। पोखर को प्रजनन की स्त्री शक्ति और पाषाण लिंग को पुरुष शक्ति का प्रतीक माना जाता है। देव सूर्य मन्दिर के पोखरा में भी अरुण स्तंभ है। गांव के उत्तर दिशा में यह पोखरा स्थित है। वास्तु शास्त्र में इस स्थान को जलदेवता के लिए निर्धारित किया गया है। ग्रामीण पूर्व मुखिया रामप्रवेश शर्मा, कमलेश शर्मा एवं वेंकटेश शर्मा का कहना है कि गांव के चारों ओर पोखरा हुआ करता था। अभी दक्षिण पश्चिम दिशा में एक पोखरा है जिसका इस्तेमाल चर्म शिल्प कार करते हैं। वैदिक परंपरा में ऐसी व्यवस्था थी। 1फिलहाल पोखरा जलकुंभी से भरा हुआ है। जल सूख जाने के कारण स्तंभ दिखता है। बरसात में जब जल इस जलाशय में भर जायेगा तो यह स्तंभ भी छुप जाता है। पोखरा की गहराई और चौड़ाई मिट्टी भर जाने के कारण संकुचित हो गया है। अतिक्रमण तो नहीं हुआ है मगर इसके पुनरुद्धार और पुरातात्विक परीक्षण की आवश्यकता है।उपेंद्र कश्यप,

No comments:

Post a Comment