लालू के आधार वोट
में सेंधमारी की कोशिश
उपेंद्र कश्यप,
औरंगाबाद :
चुनावी पारा चढ़ने के साथ मतदाताओं को अपने पाले
में लाने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए जाने लगे हैं। जिला मुख्यालय के गांधी
मैदान में गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बिहार की बड़ी
ताकत लालू यादव के आधार वोट में सेंधमारी की कोशिश भावनात्मक तरीके से की।
उन्होंने 'लालू भाई' का संबोधन करते हुए कहा कि लोकसभा के चुनाव में
नमो की चिंता करिये। विधानसभा का चुनाव आएगा तो अपने नेता लालू भाई की चिंता
करिएगा। उन्होंने कहा कि यह देश का चुनाव है। शहजादा आए थे। उनका राजद के साथ
गठबंधन है लेकिन किसी मंच पर लालू भाई को चढ़ने नहीं दिया। कहीं राजद के प्रत्याशी
को वोट देने की मांग नहीं की। यह आपका अपमान है। क्या इससे शर्म नहीं आती।
उन्होंने लालू के आधार वोट को अपने पाले में लाने की भावनात्मक कोशिश के साथ यह भी
कहा कि आडवाणी का रथ रोकने के बाद वे चार पर सिमट गए। नमो का रथ रोकने की कोशिश
करेंगे तो शून्य पर आउट हो जाएंगे। उन्होंने कई बार बनारसी मिश्रित भोजपुरी बोली
का इस्तेमाल किया। कहा कि रोजगार ना मिलल तो इ में नौजवानन के का कसूर बा भाई।
भारत में 1980 से 2012 तक के 32 वर्ष में जितनी सड़कें बनी उसमें सर्वाधिक अटल की छह साल की
सरकार में बनी। 6 करोड़ 70 लाख रोजगार सृजित किए गए जबकि 2004 से 10 तक मात्र 27 लाख रोजगार के नए
अवसर सृजित हुए हैं। उन्होंने कहा कि व्यवहार में भी सुशील 'सुशील हवन।'
No comments:
Post a Comment