शरीर में चाकू चढाये कलाकार |
बाजार चौक पर होगी
बच्चों के लिए सुविधा
जिउतिया के आगाज का दिन है शुक्रवार। इस दिन तीन चौकों पर ओखली रखी
जायेगी। लोग झुमर गाना शुरु करेंगे- “अरे धन भाग रे जिउतिया, तोरा अइले जियरा नेहाल रे
जिउतिया, जे अइले मन हुलसइले, नौ दिन
कइले बेहाल रे जिउतिया।” इसके लिए तैयारी का दौर शुरु हो गया
है। शुक्रवार से कुछ प्रस्तुतियां प्रारंभ हो जायेंगी। चौकों पर झुमर, सोहर गाने
वालों की टोली दिखाई पडेगी। लोग लोक गीत गाते और इस पर्व का महत्व बताते दिख जाया
करेंगे। संस्थायें और नकल बनने वाले कलाकार अपनी तैयारी में जुटे हैं। गुरुवार को
बाजार स्थित जिउतिया चौक की व्यवस्था संभालने को लेकर बुद्धा मार्केट में बैठक की
गयी। पप्पु गुप्ता ने अध्यक्षता की। पर्व को धुमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया।
शुक्रवार को ओखली और जिमूतवाहन भगवान की धातु की चल प्रतिमा रखने का निर्णय लिया
गया। बरसात के मौसम को देखते हुए वाटर प्रुफ पंडाल लगाने का निर्णय हुआ। इस बार
व्रती महिलाओं के साथ आने वाले छोटे बच्चों के लिए ठंढे पानी और टाफी की व्यवस्था
रहेगी। ताकि व्रति निश्चिंत हो कर पूजा कर सकें। तीन दिन तक रौशने एके व्यवस्था
होगी। बैठक में सतीश कुमार, उमेश प्रसाद, प्रदीप प्रसाद, संजय प्रसाद उर्फ चुन्नु,
दुर्गा गोस्वामी, विशाल कुमार, मनोज कुमार, चन्दन चौरसिया, प्रवीण चंद्रवंशी, अनिल
कुमार एवं रुपेश कुमार उपस्थित रहे।
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