बेटे की में पथरा गयीं
आखें
तीन बार सीएम से मिलने पहुँची पटना
दौलतपुर की सावित्री देवी
करीब अठारह महीने से अपने लापता पुत्र की राह देख रही हैं| तीन बार मुख्यमंत्री से
मिलने पटना और दो बार एसपी से मिलने औरंगाबाद तक दौड़ चुकी हैं| उनका 16 वर्षीय
पुत्र विकास कुमार गत आठ सितंबर 2015 से लापता है| थाना में उसके मामा विनोद राम
ने छ: नामजदों के विरुद्ध अपहरण का मामला दर्ज कराया है| पुलिस न आरोपियों को पकड़
सकी है न लापता को खोज सकी है| आखिर, गरीब और दूसरे प्रदेश में काम करने वाले
आरोपी अपहरण क्यों करेंगे? इस सवाल का सावित्री के पास कोइ जवाब नहीं है| उसकी बस
एक ही रट है कि किसी तरह उसका बच्चा उसे मिल जाए| जब उसे कहीं से भी उम्मीद नहीं
दिखी तो वह दैनिक जागरण के इस संवाददाता के पास आयी| इससे पहले एक नेता ने यह कह
कर भगा दिया कि वोट मुझको दी थी कि आये हो? हम क्या करेंगे? सावित्री द्वारा
उपलब्ध कराई गयी प्राथमिकी (संख्या-252/15) दस्तावेज के अनुसार गाँव के ही आनंद
कुमार ने उसे जो बताया उसके अनुसार ही भुइयां टोली निवासी छ: के खिलाफ प्राथमिकी
दर्ज कराया गया है| इसमें कहा गया है कि आरोपी उसे बहला कर कमाने के लिए ले गए और शायद
कहीं बेच दिया| वह घर में अकेली है और उसका दौड़ दौड़ कर बुरा हल है|
पिता व बहन की शारीरिक स्थिति ठीक नहीं
लापता विकास एकौनी हाई स्कूल से मैट्रिक पास
कर चूका है| इसके बाद उसने संसा इंटर स्कूल में नामांकन कराया था| मूलत: वह
अन्कोढा का निवासी है| उसके लापता होने के बाद पिता सुरेश यादव की कमर टूट गयी और
बाद में 10 वर्षीय बहन इंदु कुमारी की भी कमर टूट गयी है| दोनों अस्वस्थ हैं|
सुरेश यादव गरीब कृषि मजदूर थे| किसी तरह आजीविका चलाते थे| दौलतपुर निवासी मामा
और केस के वादी विनोद कुमार ही अब परिवार
का खर्च चलाते हैं| सभी दौलतपुर ही रहते हैं| सावित्री देवी की आँखें हर समय
डबडबाई रहती है| उम्मीद अब भी जिंदा है| स्वयंभू समाजवादी और जातिवादी राजनीति के
दिग्गजों ने इनका कभी हाल नहीं जाना| इनके लिए फुर्सत नहीं है|
हो रही प्रक्रिया-पुलिस
थानाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि मामले में कानून सम्मत
प्रक्रिया चल रही है| देश के सभी थानों को लापता की तस्वीर भेजी गयी है| किसी भी
तरह की सूचना मिलते ही पीड़ित परिवार को भेजी जायेगी|
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