विद्या निकेतन ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स
के बच्चों की निखारेगी प्रतिभा
विद्या निकेतन ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स
ने एक नयी पहल शुरू की है। शनिवार को संस्कार विद्या में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम
में त्रैमासिक पत्रिका द्रोण का विमोचन किया गया। जिले में यह अकेला ऐसा विद्यालय
है जो नियत समयावधि की पत्रिका का प्रकाशन करने का एलान किया है। संस्थान का दावा
है कि ऐसी पहल समीपवर्ती कई जिलों में विद्यालयों द्वारा नहीं की गयी है। एएसपी
अभियान राजेश कुमार, एसडीएम अनीश
अख्तर, एसडीपीओ राजकुमार तिवारी, पुलिस
इंस्पेक्टर शम्भू यादव, सीएमडी सुरेश कुमार, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पंकज पासवान, समाजसेवी डॉ.
प्रकाशचंद्रा समेत नवोदय बारुण, डीएवी दाउदनगर समेत कई
विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकों ने पत्रिका का सामूहिक विमोचन किया। संचालन
संदीप कुमार ने किया। इस सत्र को विशेष बनाने के लिए राष्ट्रपति सम्मान से
सम्मानित मार्कंडेय पांडेय ने अमीर खुसरो का कलाम-साधु भूखा भाव का धन का भूखा नाहीं।
जो धन का भूखा वो साधु नाहीं- गाया। जिसे राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद के समक्ष भी
प्रस्तुत किया था। एसडीपीओ राज कुमार तिवारी ने पत्रिका के नाम पर कहा-द्रोण
पत्रिका धर्म की धुरी पर कायम रह कर अर्जुन जैसा शिष्य खड़ा करेगा।
विश्व के सबसे बड़े मैनपावर
सप्लायर भारत-प्रकाशचन्द्रा
डॉ. प्रकाशचंद्रा ने कहा कि शिक्षा
एवं चिकित्सा क्षेत्र का आज व्यवसायीकरण हो रहा है। सामाजिक कार्य दायित्व का
निर्वहन कैसे किया जाता है, यह सुरेश सर से
सीखना चाहिए। विश्व में सबसे बड़े मैनपावर सप्लायर बन गया है भारत। अरब की खाड़ी में
अधिक मजदूर भारतीय हैं। जनसंख्या का दबाव है। चीन ने नियंत्रण किया। हमारे यहाँ इच्छाशक्ति
का अभाव है। इसलिए इसमें असफल हैं। कहा कि विद्या निकेतन ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स के सीईओ
आनंद प्रकाश चुपचाप सामाजिक कार्य कर रहे हैं। लोगों को नौकरी दे रहे हैं। शिक्षा
दे रहे हैं। 265 लोगों को इस संस्थान ने रोजगार दे रखा है।
तकनीक का इस्तेमाल सकारात्मक
करें-एएसपी
एएसपी अभियान राजेश कुमार ने
कहा कि बच्चों को नैतिक शिक्षा दें। तकनीक का इस्तेमाल सकारात्मक हो और देश के
विकास में हो। कोई ऐसा कार्य न करें कि माता-पिता या गुरुजन को अपमानित होना पड़े। एसडीएम
अनीश अख्तर ने कहा जोश, जज्बा और जुनून
के साथ धैर्य होना सफलता के लिए आवश्यक है। एसडीपीओ राजकुमार तिवारी ने कहा कि यह
पुरी सृष्टि सापेक्षित गति में हैं। कोई भी स्थिर नहीं है। जो स्थिर दिखाई देता है
वह भी किसी के सापेक्ष गतिशील है। विद्या स्वतः ब्रह्म है और संस्कार जो धर्म की
धुरी है। नियम में बंधेंगे तो जीवन चलेगा। लेकिन नियम में बंधने का मतलब किसी का
गुलाम बनना नहीं है। यही धर्म है और संविधान में यही है। कहा कि गुरु अपने शिष्य
को खोजकर निखारता है और शिष्य शिक्षक को खोजता है। नवोदय बारुण के प्राचार्य आरके
सिंह, आरके झा, नंद जी दूबे एवं अन्य ने संबोधित किया।
पुरातन छात्रों को मिला-‘रमेश
कुमार स्मृति सम्मान’
संस्थान की और से सीएमडी सुरेश
कुमार गुप्ता एवं सीईओ आनंद प्रकाश ने विद्यालय के पुरातन छात्रों को ‘रमेश कुमार
स्मृति सम्मान’ दिया। भगवान प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कॉलेज के सचिव समाजसेवी डॉ.
प्रकाशचंद्रा, जिला परिषद के
पूर्व अध्यक्ष पंकज कुमार, न्यूटन कोचिंग के निदेशक डॉ. एसपी
सुमन, चंदौली में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धीरेंद्र कुमार,
पूर्व उप मुख्य पार्षद वार्ड पार्षद कौशलेंद्र कुमार सिंह, गायक मार्कण्डेय कुमार पांडेय, विजन के निदेशक
अरविंद कुमार धीरज, सतीश कुमार, लेखक
एवं पत्रकार उपेन्द्र कश्यप, मनीष कुमार, संतोष अमन, रवि मिश्रा, ओमप्रकाश
कुमार, सांस्कृतिक पक्ष के निर्देशन के लिए कला प्रभा संगम
के विजय चौबे, गोविंदा राज, मनोज
मुस्कान, अंजन कुमार सिंह उर्फ़ विक्की को सम्मानित किया गया।
इनके अलावा पत्रकार विपुल कुमार, संजय सिन्हा, शंभू शरण सत्यार्थी, अभय कुमार,
सत्येन्द्र कुमार, दयानंद शर्मा एवं अन्य को भी सम्मानित किया गया।
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