सर जी जेल चले गए|
या भेज दी गए| शहर में चर्चा तो आम होगे एही की गुरु जी सर जी बने और जेल चले गए|
अब चर्चा को कोइ कैसे रोक सकता है भला? चार्चा आम होती है और आम लोग चर्चा ही करते
हैं ख़ास लोगों को लेकर| इसके पीछे का एक सच यह भी है कि जब आम की औकात ही कुछ कर सकने
की नहीं होती है तो बेचारा वह चर्चा करने को तो मजबूर होगा ही| मजबूरी का नाम महात्मा
गांधी- सुने हैं न भाई लोग! सर जे एको पढ़ाना था पढ़ाते| बेचारे पढ़ाने से अधिक जुगाड़
में लग गए| धन कमाने का जुगाड़, नाम कमाने का जुगाड़| रोज बेचारे बच्चों को समझाते
थे कि मंजिल पाने का रक ही रास्ता है-परिश्रम| सफलता के लिए कोइ शौर्टकट नहीं
होता| कहते हैं न पर उपदेश कुशल बहुतेरे| उपदेश हमेशा दूसरों के लिए होता है|
बेचारे दूसरे का मन रंजन करने में गच्चा खा गये और ससुराल चले गए| शिक्षक बेचारा
होता है, नेता होते तो हाथी पर चढ़ कर जेल जाते| तरल तो था ही कि- जेल में भगवान
श्री कृष्ण भी पैदा लिए थे| जेल में तो कई क्रांतियों की प्रसव पूर्व की पटकथा लिखी
गयी है| इसमें शर्म काहे का| खैर मूल बात है कि मामले को जाति और बर्ग ने चिली व
टोमैटो सौस की तरह चटकदार बना दिया| सर के एके पक्ष में इतने फोन कॉल आये की साहेब
का मन चकरा गया की अब मन का रंजन कैसे हो? मन खट्टा हुआ, दुविधा हुई तो प्रदेशा के
अपने सबसे बड़े साहब से हरी झंडी दिखवा ली| इसके बाद तो सर जी जेल ही भेज दिए गए|
अब नेता जी की बारी है| फिलहाल तो यही ज्ञात करना मुश्किल हो रहा है कि वह
खद्दरधारी कौन है? कई हो सकते हैं, कुछ के चेले चपाटी भी इसमें सक्रीय बताये जाते
हैं| पता करिए साहब, सबको जेल भेजिए, पैसे पर नौकरी का नेटवर्क बहुत बड़ा है| कल ही
महागठबंधन का एक भक्त कह रहा था- विधायक जी, मैं बीएसएससी में डेढ़ सौ में 125
प्रश्न हल किया तो बड़ा खुश हुआ| बाहर निकला तो पता चला परीक्षा ही रद्द हो गयी|
मैं मान गया-अब बिहार सरकार में नौकरी नही होगी|
खैर, ये सब तो गुरु और
गुरु के नेटवर्क का परिणाम था| जो होना था वो तो हो गया| बाकी रहा अब छोटकन सब के
परिक्षा के| अब छोटकन सब तो पहले से ही परीक्षा को लेकर संभल जाएगा| |
खैर राकेशधर द्विवेदी को देखिए--
खैर राकेशधर द्विवेदी को देखिए--
सत्ता
का वह लाल है, जिसका नाम दलाल है।
सत्य-न्याय
से बैर वह करता
सोशल-वर्कर, बेस्ट
कैरेक्टर
बड़े-बड़े
घपले करने पर भी
बनता
झूलेलाल है।
उसका
अजब धमाल है।
Ha ha ha ha
ReplyDeleteBhut khoob bhaiya