राशन से वंचित ग्रामीण
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बिना कूपन राशन नहीं दे रहे
डीलर
सेक सूची में शामिल नहीं
होना मुद्दा
दाउदनगर अनुंमडल के ग्रामीण इलाके में बेचैनी है| अत्यंत गरीब जिनको पीला कार्ड
सरकार ने दिया था उन्हें राशन से वंचित किया जा रहा है| बावजूद इसके की सरकार ने
यह मानते हुए कि उनसे कोइ गरीब नहीं है उन्हें राशन हर महीन मिलने की गारंटी दी
थी| अब वे इससे यह कह कर वंचित किए जा रहे है कि उनके नाम कूपन नहीं है| और कूपन
मिलने का जो आधार सेक सूची है, उसमे जिनके नाम शामिल नहीं है, उन्हें कूपन नहीं
मिला रहे है| अब बेचारे गरीब करे तो क्या करे? जाए तो कहा जाए| ऐसी स्थिति में
उनकी समस्या और गंभीर हो जाती है जब हर कोइ सुनने वाला न हो| प्रखंड के गोरडीहां
पंचायत के नोनार में हितन राम, विन्ध्याचल राजवंशी, बीजेन्द्र सिंह, मुंद्रिका
ठाकुर, राम लखन साव व अभय पाठक ने बताया की उन्हें उनके डीलर ने यहाँ कहा कर अनाज
देने से मन आकार दिया कि उनके नाम सूची से गायब है| ये वे गरीब है जिनको पीला
कार्ड उपलब्ध है| राशन न मिले तो उनके घर चुल्हा नहीं जलेगा| ऐसे गरीब कहते है कि
वे कहा जाये| कौन सुनेगा उनकी| वे पूर्व मुखिया भगवान सिंह तक अपनी शिकायत पहुंचा
कर समस्या के अंत की उम्मीद में घर बैठा गए|
राशन नहीं काट सकता
कोइ-भगवान सिंह
कुछ रोज
पूर्व ऐसा ही मामला तरारी का सामने आया था| हर पंचायत में ऐसे गरीब है जो आज राशन
से वंचित किए जा रहे है| गोरडीहा पंचायत के पूर्व मुखिया भगवान सिंह ने बताया की
किसी भी कीमत पर पीला कार्डधारी का राशन बंद नहीं किया जा सकता है| यह तबका सबसे
गरीब माना गया है| बताया कि उनके पंचायत में ही ऐसे गरीब पीला कार्डधारियो की
संख्या १०० से अधिक है| अन्य पंचायतो में भी ऐसी ही स्थिति है|
सरकारी आदेश का पालन-डीलर
संघ
फेयर प्राइस
डीलर एसोसिएशन के जिला सचिव हर प्रदेश संगठन मंत्री सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा
कि डीलरो की कोइ गलती नहीं है| हम सरकार के आदेश का पालन करे रहे है| सरकार मानती
है की सभी अन्त्योदय योजना एके लाभुक पीएचएच में शामिल है| इसा कारन सरकार 22
फीसदी राशन की कटौती कर रही है| जब कि धरातल पर ऐसा है नहीं| बताया की ५० फीसदी से
अधिक ऐसे पीलाकार्द धारी है जिनके नाम पीएचएच में शामिल नहीं है| स्थिति विकट है|
डीलर और कार्डधारी के बीच हर जगह विवाद हो रहा है| सरकार ने तैयारी सही नहीं की|
पीएचएच में छूटे हुए गरीबो के नाम जोड़ने की बात थी जबकि जिनको मिलते थे उनके नाम
भी काट दिए गए है|
गरीबो के लिए है यह रास्ता
राशन से
वंचित किए जा रहे पीला कार्डधारियो के लिए एक रास्ता है| वे प्रखंड कार्यालय जा
जाकार आरटीएपीएस काउंटर पर आन लाइन करे| बीडीओ मामले की जाँच करेंगे और उसके बाद
उनके नाम सर्वेक्षण सूची में शामिल किये जा सकते है| सूत्रों के अनुसार अधिकारियों
के मौखिक आदेश पर कुछ डीलर ऐसे गरीबो को राशन उपलब्ध करा रहे है|
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