अनु.जाति बनाने का होगा
सत्ता को लाभ
दिखेगा सामाजिक एवं
राजनीतिक बदलाव
उपेन्द्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) नीतीश सरकार ने तांती (तंतवां) को अत्यंत पिछडी जाति की सूची एक क्रमांक 33 से विलोपित कर उसे अनुसूचित जाति का दर्जा राज्य में दे दिया है। इस का तत्काल लाभ इस जाति को मिलने लगा है। दीपक कुमार को इंजीनियरिंग में सौ फीसद स्कालरशीप की वजह से नामांकन हो गया। अन्यथा जब अति पिछडी जाति का रहता तो फीस न दे सकने की वजह से वह शायद इंजीनियरिंग कालेज में दाखिला नहीं ले पाता। यह एक उदाहरण मात्र है। ऐसे कई छात्र-छात्राओंने इसक जातीय दर्जा के बदलाव का लाभ लिया। बहुत ऐसे हैं जिकका भविष्य बेहतर दरवाजे पर दस्तक देने लगा है। शहर में इनकी आबादी करीब पन्द्रह हजार बतायी जाती है। मतदाताओं की संख्या करीब पांच हजार है। यह आबादी एकजुट है, इसकी जतीय पंचायत का सिक्का चलता है। ऐसे में बिहार विधान सभा चुनाव में वह जिस तरफ जायेगा उस तरफ एकतरफा जायेगा, इसकी उम्मीद अतीत को देखते हुए और वर्तमान लाभ के कारण स्पष्ट दिखता है। इस बार यह तबका राजनीतिक उपकार के बदले अपना प्रतिदान दे सकता है। इस तबके के लोगों से बात करने पर ऐसा ही संकेत मिला। जातीय सोपान में सबसे नीचे खडे कर दिये गये इस समाज में काफी बदलाव आयेगा। पहले से ही शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने वाला यह जमात अब और उंचाइयां छू सकेगा। इस जमात से अनुसूचित जाति की अन्य जमातों को खतरा उत्पन्न हो गया है।
अपने हक के लिए
लडेंगे-सन्दीप
सन्दीप तांती ने कहा कि हम
अपने हक की लडाई लडेंगे। अन्य जमाते अपने हक की लडाई लडेंगें। हम किसी अन्य जमात
को परेशान नहीं करने वाले, न उनकी हकमारी करेंगे। हमारे अन्दर वह क्षमता है। इसी
कारण हम बेहतर करते रहे हैं। अब जब सरकार ने सुविधा दिया है तो विद्यार्थियों में
जोश और जगा है। नई उर्जा के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करेंगे।
तांती समाज के विद्यार्थी
चेतना परिषद के अध्य्क्ष प्रशांत कुमार तांती ने कहा कि इस निर्णय से राजनीति
प्रभावित होगी। हम जद यू का समर्थन करेंगे। इस सरकार ने हमें वह ताकत दी है जिसकी
बदौलत नयी उंचाइयां छू सकेंगे। जो बच्चे अर्थाभाव में पढ नहीं पाते थे वे अब इस
दिशा में आगे बढेंगे।
शिक्षिका प्रसादा माला
कुमारी का कहना है कि शहर में उनका शोषण बंद होगा। मिट्टी काटने वाले मजदूर वर्ग
को ताकत निली है। उनके पास अनिसूचित जाति अत्याचार अधिनियम का अधिकार मिल गया है।
अब उनसे पैंसे ऐंठना या बेवकुफ बनाना आसान नहीं होगा। समाज के लोगों को यह ज्ञान
हो गया है कि वे ऐसे तत्वों को जवाब दे सकते हैं। जागरुकता आयेगी।
विकास को गति और स्थायित्व
मिलेगा-रामेश्वर
बीमा अभिकर्ता रामेश्वर
प्रसाद तांती ने कहा कि इस अधिकार से जमात के विकास को गति भी मिलेगी और स्थायित्व
भी मिलेगा। राज्य सरकार ने एक बडा और दूरगामी प्रभाव का अधिकार दिया है। इससे समाज
का जीवन स्तर उंचा उठेगा। उसे शिक्षा और नौकरी में आरक्षण का काफी लाभ मिलेगा।
रोजगार के अवसर बढेंगे। परिवारों में संपन्नता आयेगी।
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