गोह में विधायक लेकिन प्रदर्शन खराब
राजग को राजद से 20 हजार अधिक मिला मत
उपेन्द्र कश्यप
काराकाट
लोकसभा चुनाव में गोह विधान सभा क्षेत्र को राजद का गढ माना जाता है। राजद को
उम्मीद थी कि यहां राजग के रालोसपा प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा से काफी बढत
मिलेगी। ऐसा नहीं हुआ। लोस चुनाव 2009 में राजद को 36055 मत मिला था। पार्टी खुब
सक्रिय हुई तो उसे 47556 मत मिले। दरअसल राजद को 11501 वोट इस बार अधिक मिला। यहां
गौरतलब है कि 2010 के विधानसभा चुनाव में जब राम अयोध्या सिंह खडे थे तो उन्हें
इससे कम 46675 मत मिला था। इससे राजद को लगा कि अपने वोटर आक्रामक रुप से मतदान
किये हैं। वे यहीं विपक्षी की आक्रमकता का आकलन नहीं कर सके। राजग को यहां 55455
मत मिला है। कांति सिंह को मिले मत से 7899 मत ही अधिक मिल सका। तब भी हार हो गई।
राजद नेता राजेश कुमार सिंह उर्फ मंटु सिंह ने सोमवार को जब विधान सभा वार मत
परिणाम देखा तो कहा कि –हम तो अपने घर में ही हार गए। इन्होंने कहा कि काफी वोट
मिलने की उम्मीद थी, मिली भी लेकिन विपक्षी को इतना वोट मिलेगा इसकी कल्पना नहीं
किया था। यहां गत चुनाव में राजग के जदयू से लड रहे महाबली सिंह को 35964 मत मिला
था। इस बार उनको मात्र 14551 मत ही मिल सका। जदयू को 21413 मत गत की अपेक्षा कम
मिला। यानी जदयू का मत भी रालोसपा में सिफ्ट कर गया। जबकि गत 2005 से यहां इसी
पार्टी से रणविजय सिंह विधायक हैं। 2010 के विधान सभा चुनाव में श्री सिंह को
47369 वोत मिले थे। फिर कहां चला गया यह वोट? चर्चा की मानें तो जदयू के किसी नेता
की बात कोई नहीं सुन रहा था। सभी “नमोनिया” से प्रभावित थे। महादलित और अतिपिछडा
समाज का वोट, जिस आधर पर नीतीश कुमार राजनीति कर रहे थे वह पुरी तरह हिन्दुत्व
बनाम धर्मनिरपेक्षता के पाखंड में बिखर गया। परिणामत: राजद अधिक वोट लाकर भी हार
गया।
गोह
विधान सभा क्षेत्र में किसको कितना मिला मत
काराकाट
लोकसभा क्षेत्र के गोह विधान सभा क्षेत्र में किस प्रत्याशी को कितना मत मिला यह
हर कोई जानना चाहता है। एआरओ सह एसडीओ ओमप्रकाश मंडल से प्राप्त विवरण के अनुसार
सभी 15 प्रत्याशियों और नोटा को मिला मत इस प्रकार है।
कांति सिंह- 47556
महाबली सिंह- 14551
उपेन्द्र कुशवाहा- 55455
संजय केवट- 8079
गुलाम कुन्दनम- 1159
देनेश कुमार- 343
प्रदीप कुमार जोशी- 646
रजनी दूबे- 651
राजाराम सिंह-2762
वीणा भारती- 571
इमरान अली- 343
मो.दिलवाश अली- 477
भैरव दयाल सिंह- 1273
राम दयाल सिंह-876
सत्यनारायण सिंह- 1428
नोटा- 1773
कुल मत- 137943
किसी विधानसभा
क्षेत्र में राजद को नहीं मिली बढत
काराकाट लोकसभा
चुनाव में किसी भी विधानसभा क्षेत्र में राजद अपने प्रतिद्वन्धी राजग से आगे नहीं
निकल सका। हर जगह पिछडता ही रहा। डेहरी विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक का फासला
रहा। यहां राजद राजग प्रत्याशी से 30330 मत से पीछे रह गया। सबसे कम फासला गोह में
7624 मत का रहा। नोखा में यह फासला 13628 मत, ओबरा में 14031 मत, काराकाट में
15283 मत और नवीनगर में यह फासला 23371 मत का रहा।
किस दल को किस विधानसभा क्षेत्र में कितना
मिला मत
विधानसभा क्षेत्र रालोसपा
राजद जदयू
नोखा 50579 36951
15445
डेहरी 64662 34332
10160
काराकाट 56211
40928 12288
गोह 55180
47556 14562
ओबरा 56105
42074 16392
नवीनगर 55352
31981 11014
चिंतन
का नहीं चिंता का है वक्त-डा.प्रकाशचंद्रा
भगवान
प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कालेज के सचिव डा. प्रकाशचंद्रा का कहना है कि यह वक्त
बिहारियों के लिए चिंता का है। अब चिंतन का वक्त नहीं रहा। इन्होंने कहा कि बिहार
पुन: नेतृत्व के संकट से गुजर रहा है। आज यह साबित हो गया कि नीतीश कुमार और लालु
प्रसाद की सोच में कोई अंतर नहीं है। जिस तरह लालु जी ने राबडी देवी को सीएम बनाया
था उसी तरह नीतीश ने जीतन राम मांझी को बनाया है। जिनका नव्यक्तित्व है न कोई
विशिष्ट पहचान। दलित वोटों के लिए यह कदम उठाया गया है। वोटों के सौदागर अभी आए
ताजा चुनाव परिणाम को भूल रहे हैं कि जनता ने विकास के मुद्दे पर जातिवाद भूलकर
मतदान किया है। उत्तर प्रदेश में दलितों ने मायावती को वोट नहीं दिया। नीतीश कुमार
कहते रहे हैं कि वे जाति पाति की राजनीति नहीं करते लेकिन उन्होंने यह साबित कर
दिया कि वे अब भी जाति के खोल से बाहर नहीं निकल सके हैं। कहा कि जनता दोहरा
चरित्र को उघाडने लगी है। भविष्य में जातीय समीकरण साधने के लिए उन्होंने यह कदम
उठाया है। लेकिन आने वाला परिणाम इससे भी बूरा हो सकता है।
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