Tuesday, 9 September 2025

आधुनिकता के साथ जिउतिया में निमंत्रण का बदल गया स्वरूप


आधुनिकता के साथ जिउतिया में निमंत्रण का बदल गया स्वरूप 



विवाह की तरह छपा हुआ बांटा गया निमंत्रण पत्र 

पहले चावल और कसैली से दिया जाता था लोगों को निमंत्रण 

उपेंद्र कश्यप, जागरण ● दाउदनगर (औरंगाबाद) : आधुनिकता का प्रभाव संस्कृति पर भी पड़ता है। दाउदनगर में न्यूनतम 165 साल से मनाये जा रहे जिउतिया लोकोत्सव में भी कई परंपरा के स्वरूप में भी परिवर्तन दिखता है। कांस्यकार समाज द्वारा पहले चावल और कसैली घरों में देकर उन्हें आमंत्रित किया जाता था। ताकि लोग नौ दिन के इस लोकोत्सव में खुशीपूर्वक शामिल हो सकें। यह समाज के स्तर पर यानी सिर्फ कांस्यकार समाज के लिए ही परंपरा है। इसके लिए सबसे पहले समाज के अगुआ लोग कांस्यकार पंचायत समिति के मंदिर में देवताओं को निमंत्रण देते हैं, ताकि आयोजन में कोई बाधा ना हो। सभी हर्षोल्लास के साथ व्रत मना सकें। इस बार जो निमंत्रण कार्ड छपे हैं कांस्यकार पंचायत समिति की तरफ से उसमें जीत वाहन और मल्यवती का विवाह बताया गया है। विवाह की तिथि 14 सितंबर रखी गई है जिस दिन जियुतपुत्रिका व्रत है। इस कार्ड में रविवार को मटकोर, सोमवार को धृतढाढ़ी, मंगलवार को हल्दी, गुरुवार को मड़वा, शुक्रवार को तिलक, शनिवार को मेहंदी, रविवार को शुभ विवाह और आगामी सोमवार को चौथाडी के कार्यक्रम का समय दिया गया है। 


महत्वपूर्ण है कि कांस्यकार समाज द्वारा जितिया का आगाज मतकोड के साथ जीमूतवाहन भगवान के मंदिर में ओखली रखकर किया जाता है। और अंत शव यात्रा की नकल निकालकर किया जाता है। यह भी ध्यान देने की बात है कि दूर दूर से कांस्यकार जाति के लोग जिउतिया के अवसर पर अपने घर आते हैं। इनके रिश्तेदार भी आते हैं। प्रायः घरों में कोई न कोई रिश्तेदार जिउतिया देखने आया हुआ रहता है। 


उद्देश्य समाज की सहभागिता बढाना



कांस्यकार पंचायत समिति के सदस्य धीरज कांस्यकार बताते हैं कि बीते कई वर्षों से यह परंपरा बदल गई। अब लोग कार्ड छपवाते हैं। देवता पर चढ़ाते हैं और समाज के लोगों को देकर निमंत्रित करते हैं। इसका उद्देश्य यह है कि समाज के तमाम लोगों की सहभागिता बढ़ चढ़कर इसमें हो। 





 जीमूतवाहन मन्दिर में ओखली रख की पूजा

महिला पुलिस बल तैनात करने की मांग



संवाद सहयोगी, जागरण ● दाउदनगर (औरंगाबाद) : चौक बाजार स्थित जीमूतवाहन मंदिर में सोमवार की देर शाम ओखली रख पूजा अर्चना की गई। पुजारी अमित मिश्रा ने पूजा कराया। जजमान के रूप में प्रदीप प्रसाद व पवन कुमार रहे। आरती व पूजा के बाद प्रसाद वितरण किया गया। जिउतिया महोत्सव को आकर्षक बनाने का लिया गया निर्णय लिया गया। बरसात को देखते हुए श्रद्धालु भक्तों को परेशानी ना हो इसलिए वाटरप्रूफ पंडाल बनाए जाएंगे। मार्ग में रौशनी का प्रबंध किया जाएगा। स्थानीय पुलिस प्रशासन से मांग की गयी कि महिला पुलिस बल चारों चौक पर अधिक मात्रा में तैनात किया जाए। ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर लगाम लगाया जा सके। इस अवसर पर कमेटी अध्यक्ष संजय प्रसाद उर्फ मुन्ना, पप्पू गुप्ता, उमेश कुमार, भाजपा नगर अध्यक्ष श्याम पाठक, शालू कुमार, बल्लू कुमार, मनोज प्रसाद, दीपक दयाल, कुमार राहुल राय, रोहित कुमार शामिल रहे। महत्वपूर्ण है कि यहां समेत शहर में स्थित भगवान जीमूतवाहन के सभी चार मंदिरों पर महिला व्रती सामूहिक रूप से व्रत के दिन भगवान जिमूतवाहन की पूजा करते हैं। इस दौरान कई बार व्रती महिलाओं के सोने के जेवर चोरी हो जाते हैं। यह काम महिलाएं ही करती हैं। इसलिए महिला पुलिस बल की तैनाती आवश्यक मानी जाती है। 


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