दाउदनगर नगर परिषद को मिली सीधे मतदान में पहली मुख्य पार्षद
कई बार पिछड़ने के बाद 1036 मत से उप मुख्य पार्षद बनी कमला देवी समर्थकों के चेहरे पर छलकते रहे उतार-चढ़ाव के भाव
अंजली के प्रचार स्टाइल से प्रभावित युवतियों ने बनाया रास्ता
उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद) :
नगर परिषद के सीधे मतदान में पहली मुख्य पार्षद अंजली कुमारी और उप मुख्य पार्षद कमलादेवी बनी। दोनों अनुसूचित जाति वर्ग के पान तांती समाज से हैं, जबकि यह सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित है। साफ है कि यह दोनों की बड़ी जीत है। और इससे इस समाज को गौरवबोध हो रहा है। मुख्य पार्षद पद के लिए प्रथम चरण से ही निवर्तमान मुख्य पार्षद मीनू सिंह और अंजली कुमारी में मुकाबला चला। वार्ड संख्या 20 तक मीनू सिंह आगे रही। फिर आगे पीछे का खेल चलता रहा और अंततः वार्ड संख्या 27 तक निर्णायक फैसला पहुंचा। कुल 298 मत से अंजली कुमारी विजेता बनने में कामयाब रही। मुख्य पार्षद के जो 19 प्रत्याशी मैदान में थे उनमें सबसे अधिक पढ़ी-लिखी होने के साथ सबसे अधिक बोलने में सहज भी वे हैं। वह किसी से भी बेधड़क बात कर लेती हैं और सकुचाती नहीं है। माना जा रहा है कि उनका चुनाव प्रचार का जो स्टाइल था उससे युवा महिला वोटर काफी प्रभावित हुईं। और उनके वोट ने जीत का रास्ता बनाया। अन्यथा मामला पलट सकता था। हालांकि जीत के कई कारण हैं। हार जीत का अंतर इतना कम है कि कई कई कारण गिनाए जा सकते हैं और समर्थक गिना रहे हैं। अपना अपना श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह स्कूली जीवन में लीड करती रही हैं। रोहतास जिले के तिलौथू में उनका मायका है। और उन्होंने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा से अर्थशास्त्र (प्रतिष्ठा) की डिग्री हासिल की है।
मतगणना के दौरान कभी लगभग 1000 मत से आगे रही मीनू सिंह अचानक पिछड़ गई और अंजली कुमारी से मात्र लगभग 60 मत ही बढ़त बना पाई थी। इसके बाद जब ईवीएम में बंद मत गिनने लगे तो अंजली कुमारी बढ़त बनाती चली गई और अंततः वे चुनाव जीत गई।
दूसरी तरफ कमला देवी 1036 मत से उप मुख्य पार्षद बनने में कामयाब रहीं। पहले वर्ष 2012 में दाउदनगर नगर पंचायत में वार्ड पार्षद रही हैं। जबकि इनके पति सुखलाल प्रसाद लखन मोड़ पर दवा की दुकान चलाते हैं और वे नगर पंचायत में 2007 और 2012 में दो बार वार्ड पार्षद रहे हैं। कमला देवी प्रारंभिक कई राउंड तक तीसरे नंबर पर थी। मुकाबला मंजू देवी और सुमन कुमारी के बीच हो रहा था। लेकिन जब एक बार कमला देवी बढ़त बनाई तो फिर नहीं पिछड़ी और अंततः उनको जीत हासिल हुई।
सामाजिक समरसता और विकास के नारे की जीत : अंजली कुमारी
नगर परिषद के मुख्य पार्षद अंजली कुमारी ने कहा कि यह जीत सामाजिक समरसता और विकास के नारे की हुई है। आपसी भाईचारे की जीत हुई है। सभी बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर विकास की योजना गढ़ी जाएगी। सभी शहर वासियों को जीत के लिए धन्यवाद कि उन्होंने हमें इस लायक समझा। कहा कि सेवा भाव से आपके बीच रहूंगी और किसी भी मतदाता या शहरी को मिलने में कोई समस्या नहीं आएगी। वे खुद नगर परिषद की कमान संभालेंगी न कि उनका कोई प्रतिनिधि कामकाज देखेगा। वहीं उप मुख्य पार्षद कमला देवी ने जीत का श्रेय आम लोगों को दिया और कहा कि उन पर जनता ने विश्वास किया है। वे इस विश्वास को टूटने नहीं देंगी।
मुख्य पार्षद प्रत्याशी - प्राप्त मत
अंजली कुमारी-4811
कुंती देवी-1070
गुड़िया कुमारी-404
नजमा खातून-342
निशा कुमारी-534
नेहा कुमारी-620
पिंकी कुमारी-240
बुचनी देवी-189
मीनू सिंह-4513
मुनी देवी-635
मोनी कुमारी-360
रिंकी देवी-720
विभा कुमारी -355
सबिता देवी -392
सुमैया मुर्तजा- 1230
सुनैना देवी- 819
सुमित्रा देवी- 561
सोनी देवी- 1582
स्वीटी पांडेय- 1518
कुल विधि सम्मत मत-20895
विजेता अंजली कुमारी को प्राप्त मत-4811
उप विजेता मीनू सिंह को प्राप्त मत-4513
हार-जीत का अंतर-298 मत
उप मुख्य पार्षद प्रत्याशी - प्राप्त मत
अलीमा खातून - 2069
कमला देवी-4297
नाजिया परवीन-1690
मंजू देवी-3261
रिंकी कुमारी-633
रीता देवी-1276
सगुफ्ता यास्मीन-987
सरिता कुमारी-787
शबनम आरा-2680
सुमन कुमारी-3215
विजेता कमला देवी को प्राप्त मत-4297
उप विजेता मंजू देवी को प्राप्त मत-3261
हार-जीत का अंतर-1036 मत
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