फोटो-व्यापार मंडल कार्यालय |
इतिहास के आइने में
उपेन्द्र कश्यप
सोमवार को करीब तीन साल बाद व्यापार मंडल को कार्यकारी अध्यक्ष
मिल गया। गत 04 अक्टूबर 2012 को सुदेश सिंह की हत्या के बाद से यह पद रिक्त था।
नया कार्यकारी अध्यक्ष दीपक सिंह बने हैं। इस अवसर पर इस संस्था का इतिहास जानना
दिलचस्प होगा। मुखिया और पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवान सिंह ने बताया कि सन
1978 में तरारी पंचायत के मुखिया बने बेलाढी निवासी दिनेश कुमार सिंह 1983 और 1986
में अध्यक्ष चुने गये थे। इनकी पुत्र वधु निर्मला सिन्हा अभी तरारी से मुखिया हैं।
इनके पुत्र नागेन्द्र कुमार 2007 में व्यापार मंडल अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लडकर
हार गये थे। सन 1989, 1992 और 1995 में लगातार तीन बार संसा के हीरालाल सिंह
अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वे अपने पंचायत संसा से मुखिया और बाजार समिति के अध्यक्ष
भी रहे हैं। 1998 में गोरडीहां से मुखिया भगवान सिंह का मुकाबला सुदेश सिंह से
हुआ। अध्यक्ष बन गये भगवान सिंह। सन 2001 में पुन: भगवान सिंह निर्विरोध चुन लिए गये।
सन 2004 में कर्यकारिणी ने सुदेश सिंह को निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया। कोई चुनौती
नहीं मिली। सन 2007 में नागेन्द्र सिंह और करमा पंचायत के मुखिया सुदेश सिंह के
बीच मुकाबला हुआ। सुदेश सिंह जीत गये। इसके बद अंतिम चुनाव 2012 में हुआ तो सुदेश
सिंह जीते। किंतु एक से डेढ माह के भीतर ही उनकी हत्या कर दी गयी। तब से यह पद
रिक्त है।
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