पंचायतों में राजनीतिक विरासत सौंपने की कोशिश
दाउदनगर (औरंगाबाद) प्रखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपनी राजनीतिक विरासत परिवार को सौंपने की कोशिश भी दिख रही है। जो मुखिया या जिला पार्षद किसी कारण वश चुनाव नहीं लड पा रहे तो वे इस तरह की कोशिश में हैं। हालांकि सभी नहीं। कोई पत्नी तो कोई पति तो कोई पुत्र को विरासत सौपने में जुटा हुआ है। अंकोढा पंचायत के मुखिया वीरेन्द्र कुमार सिन्हा विधायक बन गये हैं। इस बार उनके पुत्र कुणाल प्रताप मैदान में हैं। करमा के मुखिया जगदीश नारायण सिंह की पत्नी गंगा देवी, अंछा मुखिया जुदागीर राम की पत्नी कलावती देवी, गौरडीहां मुखिया भगवान सिंह की पत्नी सबिता देवी मैदान में हैं। तरार मुखिया अंजू देवी के पति दयाशंकर प्रसाद भी मैदान में हैं। सिन्दुआर मुखिया उपेंद्र राम क्षेत्र बदलकर मनार पंचायत से चुनाव लड रहे हैं।
पंचायत समिति को 81 महिला, 100 पुरुष प्रत्याशी
दाउदनगर (औरंगाबाद) प्रखंड में
21 सदस्यीय पंचायत समिति के लिए
कुल 181 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। जांच और नाम वापसी
के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि कितने मैदान में संघर्ष के लिए उतर सकेंगे। इनमें 81
महिला और 100 पुरुष प्रत्याशी हैं। कुल नामांकन का 44.75 प्रतिशत महिला हैं। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पुरूषों को चुनौती देने
वास्ते महिला प्रत्याशी खडी हुई है। शमशेरनगर में क्षेत्र संख्या 01 से आठ महिला और 02 से सात पुरूष, अरई में क्षेत्र तीन से आठ महिला, चैरी में क्षेत्र
चार से पांच महिला एवं पांच से चार महिला, कनाप में छः से आठ
पुरूष व एक महिला और सात से छः महिला, गौरडीहां में आठ से चौदह
महिला, संसा में नौ से दस एवं दस से दस पुरूष, महावर में ग्यारह से चैदह पुरूष व दो महिला, अंकोढा में
बारह से बारह पुरूष, तरारी में तेरह से सात एवं चैदह से दस
पुरूष व एक महिला, अंछा में 15 से सात
महिला, बेलवां में सोलह से छः पुरूष व एक महिला और सतरह से
आठ पुरूष, करमा में अठारह से नौ महिला, तरार में उन्नीस से छः महिला, मनार में बीस से नौ
महिला और सिन्दुआर में इक्कीस से आठ पुरूष उम्मीदवारों ने नामांकन किया है।
बहुत से लोग सिर्फ चुनाव में ही दीखते हैI चुनाव ख़त्म होते ही जनता की सेवा में बहुत कम लीग ही दीखते हैI
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